केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि देश में रोजाना करीब 30,93,861 वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इसके साथ ही भारत दुनिया में सबसे तेज टीकाकरण करने वाला देश बन गया है।
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि देश में रोजाना करीब 30,93,861 वैक्सीनेशन किया जा रहा है। इसके साथ ही भारत दुनिया में सबसे तेज टीकाकरण करने वाला देश बन गया है। देश में अब तक कोरोना वैक्सीन की 8.70 करोड़ खुराक लगायी जा चुकी है। पिछले 24 घंटों में 33 लाख से अधिक टीके दिए गए।
बता दें कि 6 अप्रैल को वैक्सीन की कुल 33,37,601 खुराक दी गई। इनमें से 30,08,087 लाभार्थियों को पहली खुराक के तौर पर वैक्सीन दी गई। साथ ही 3,29,514 लाभार्थियों को टीके की दूसरी खुराक दी गई। मंत्रालय ने बताया कि अभी तक वैक्सीन की 8,70,77,474 खुराक लोगों को दी जा चुकी है। इसके लिए 13,32,130 सत्रों का आयोजन किया जा चुका है।
देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 1.15 लाख से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। ये देश में वैश्विक महामारी फैलने की शुरुआत होने के बाद से संक्रमण के अब तक के सबसे ज्यादा दैनिक मामले हैं। देश में संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,28,01,785 हो गयी है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को बताया कि तीन दिन में दूसरी बार ऐसा हुआ है, जब कोराना वायरस संक्रमण के एक दिन में एक लाख से ज्यादा मामले सामने आए हैं।
मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे अद्यतन किए गए आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 1,15,736 मामले सामने आए तथा 630 और मरीजों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 1,66,177 हो गयी। देश में लगातार 28वें दिन संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी होने से उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी बढ़कर 8,43,473 हो गयी है जो कि संक्रमण के कुल मामलों का 6.59 प्रतिशत है। वहीं, लोगों के स्वस्थ होने की दर भी गिरकर 92.11 प्रतिशत हो गयी है।
देश में उपचाराधीन मरीजों की सबसे कम संख्या 12 फरवरी को थी। देश में 12 फरवरी को यह संख्या 1,35,926 थी जो कि संक्रमण के कुल मामलों का 1.25 प्रतिशत थी। आंकड़ों के मुताबिक संक्रमण से अब तक 1,17,92,135 लोग ठीक हो चुके हैं जबकि मृत्यु दर गिरकर 1.30 प्रतिशत हो गयी है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवम्बर को 90 लाख रहे और 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार चले गए थे।
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, देश में छह अप्रैल तक 25,14,39,598 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई। इनमें से 12,08,339 नमूनों की जांच मंगलवार को की गई। देश में संक्रमण से 630 और लोगों की मौत हो गयी। इनमें महाराष्ट्र में 297, पंजाब में 61, छत्तीसगढ़ में 53, कर्नाटक में 39, उत्तर प्रदेश में 30, मध्य प्रदेश में 18, दिल्ली और गुजरात में 17-17, तमिलनाडु में 15, केरल में 14 और राजस्थान में 13 मरीजों ने दम तोड़ दिया।
संक्रमण से मौत के कुल 1,66,177 मामले आए हैं। इनमें से महाराष्ट्र में 56,330, तमिलनाडु में 12,804 , कर्नाटक में 12,696 , दिल्ली में 11,113, पश्चिम बंगाल में 10,355 , उत्तर प्रदेश में 8,924 , आंध्र प्रदेश में 7,251 और पंजाब में 7,216 मरीजों की मौत हुई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अब तक जिन लोगों की मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं।