केंद्र सरकार ने सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी (Gold Import Duty Hike) में पांच फीसदी का इजाफा कर दिया है। आयात शुल्क को 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया है। सरकार के इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने से देश में सोने की कीमतों (Gold Price) में बढ़ोत्तरी होगी। सरकार का इसके पीछे तक है कि यह कदम देश में सोने की मांग को घटाने के लिए उठाया है।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी (Gold Import Duty Hike) में पांच फीसदी का इजाफा कर दिया है। आयात शुल्क को 7.5 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया है। सरकार के इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने (Import Duty Hike) से देश में सोने की कीमतों (Gold Price) में बढ़ोत्तरी होगी। सरकार का इसके पीछे तक है कि यह कदम देश में सोने की मांग को घटाने के लिए उठाया है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता है और देश की सोने की डिमांड आयात से ही पूरी होती है।
बता दें कि सरकार ने पिछले साल बजट में इंपोर्ट ड्यूटी में कटौती की थी। सोने और चांदी पर पहले 12.5 फीसदी की इंपोर्ट ड्यूटी थी, जिसे बजट 2021 में कम करके 7.5 फीसदी कर दिया गया था। अब एक बार फिर इसे 12.5 फीसदी कर दिया गया है।सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने का असर आज एमसीएक्स पर भी देखने को मिला और MCX पर गोल्ड करीब 3 फीसदी ऊपर 51,900 रुपए प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है।
1 हजार रुपये तोला बढ़ सकता है दाम
सर्राफा बाजार जानकारों की मानें तो सोने के आयात शुल्क में पांच फीसदी की इस बढ़ोत्तरी से सोने का भाव प्रति 10 ग्राम 1000 रुपये के करीब बढ़ सकता है। इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ने पर ट्रेडर्स फिलहाल सोने का कम आयात कर सकते हैं। अभी न तो शादियों का सीजन है और न ही त्योंहारों का। इसलिए अभी घरेलू बाजार में सोने की मांग कम रह सकती है। अगस्त से ही सोने की मांग में बढ़ोत्तरी शुरू होती है।
2021 में किया 1,050 टन सोने का आयात
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट के अनुसार भारत का 2021 में कुल गोल्ड इंपोर्ट 1,050 टन रहा था। इस पर भारत ने 55.7 अरब डॉलर यानी 4,141.36 अरब रुपए खर्च किए। 2020 में सिर्फ 23 अरब डॉलर यानी 1,710 अरब रुपए लगाकर 430 टन सोना आयात किया था।
जानें क्यों बढ़ाई इंपोर्ट ड्यूटी?
सोने के बढ़ते आयात से रुपया लगातार कमजोर हो रहा है। इस सप्ताह की शुरुआत में रुपया अपने रिकॉर्ड लो पर पहुंच गया। आयात बढ़ने से चालू खाते का घाटा (Current Account Deficit) भी बढ़ रहा है। आयात बिल बढ़ने का असर फॉरेक्स रिजर्व पर भी पड़ा है और यह कुछ कम हुआ है। अब सरकार ने सोने की मांग को घटाने के लिए ही इंपोर्ट ड्यूटी में इजाफा किया है, जिससे रुपये की कमजोरी को रोका जा सके।