बिहार के मधुबनी के एक पत्रकार को सच बोलने और सच लिखने की बेहद खतरनाक सजा दी गई। दरअसल, मधुबनी में एक पत्रकार अविनाश झा ने मेडिकल क्लीनिक के फर्जीवाड़े का भांडा फोड़ किया था जिसके चलते 4 दिनों पहले अगवा किया था और अब पत्रकार का शव सड़क किनारे अधजली अवस्था में बरामद किया गया।
मधुबनी: बिहार के मधुबनी के एक पत्रकार को सच बोलने और सच लिखने की बेहद खतरनाक सजा दी गई। दरअसल, मधुबनी में एक पत्रकार अविनाश झा ने मेडिकल क्लीनिक के फर्जीवाड़े का भांडा फोड़ किया था जिसके चलते 4 दिनों पहले अगवा किया था और अब पत्रकार का शव सड़क किनारे अधजली अवस्था में बरामद किया गया।
खबरों की माने तो अविनाश एक स्थानीय समाचार पोर्टल में काम कर रहे थे। हाल ही में अविनाश ने मेडिकल क्लीनिक के नाम से एक फेसबुक पोस्ट किया था। इसमें फर्जीवाड़े का आरोप लगाया।
अविनाश की खबर का कुछ ऐसा असर हुआ की कई क्लीनिक बंद हो गए थे और कई क्लीनिक पर भारी जुर्माना लगाया गया था। रिपोर्टिंग के दौरान, अविनाश को कई धमकियां भी मिली, उन्हें रिश्वत देने का भी प्रयास किया गया लेकिन वो अपना काम करते रहे।
अविनाश को आखिरी बार मंगलवार रात करीब 10 बजे बेनीपट्टी में लोहिया चौक के पास उनके घर के पास लगे सीसीटीवी की फीड पर देखा गया था। इस बीच उनके चचेरे भाई को सूचना मिली कि बेतून गांव से गुजरने वाले राजमार्ग पर एक शव मिला है। इसके बाद चेन, अंगूठी आदि की मदद से पहचान की गई।