मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को मैहर में कोविड से मौत का शिकार हुए समाजसेवियों के घर जाकर सांत्वना दी। इसके बाद सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता कर केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा।
मैहर। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को मैहर में कोविड से मौत का शिकार हुए समाजसेवियों के घर जाकर सांत्वना दी। इसके बाद सर्किट हाउस में पत्रकार वार्ता कर केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा।
कमलनाथ ने कहा कि भारत महान नहीं अब भारत बदनाम है। हालत ये है कि विदेशों में अब भारतीय ड्राइवरों की टैक्सी में कोई बैठने को तैयार नहीं है। इस स्थिति के लिए पीएम नरेंद्र मोदी और उनकी केंद्र सरकार जिम्मेदार है। मोदी की सरकार को 30 मई को केंद्र में 7 साल पूरे हो रहे हैं। उन्हें जवाब देना चाहिए, बताना चाहिए कि क्या देश नारोंं पर ही चलेगा ? क्या हुआ रोजगार का ? कहां पहुंची महंगाई?
कमलनाथ ने भाजपा और भाजपाइयों पर खुला आरोप लगाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश में अब एक नया माफिया कोविड माफिया खड़ा हुआ है। मैंने माफिया के खिलाफ शुद्ध का युद्ध अभियान चलाया था, लेकिन अब भाजपा नेता वेंटिलेटर, बेड, इंजेक्शन बेच रहे हैं। जिस गड्ढे में प्रदेश धकेला जा रहा है उससे निकलना बहुत बड़ी चुनौती है। एमपी की 70 फीसदी अर्थव्यवस्था कृषि आधारित है लेकिन स्थिति ये है कि मिडिल क्लास नीचे घसीटा जा रहा है, लोवर क्लास गरीब और गरीब क्लास भिखारी बन रहा है।
कमलनाथ ने कहा कि कोरोना से जो महामारी के हालात बने हैं उसके लिए केंद्र और राज्य सरकार जिम्मेदार हैं। सेकेंड वेव की जानकारी महीनों से थी, लेकिन किसी तरह की तैयारी नहीं की गई। वैक्सीन के डोज को लेकर चुनावोंं के कारण घोषणा तो कर दी गई, लेकिन वैक्सीन का कहीं पता नहीं है। अब कहते हैं ग्लोबल टेंडर कराएंगे।
पीसीसी चीफ ने कहा कि इनसे प्रश्न पूछे तो कहते हैं कि देशद्रोही हैं। सच दिखाओ तो एफआईआर दर्ज कराते हैं। कमलनाथ ने सवाल उठाया कि शिवराज क्यों नहीं सारे आंकड़े जनता के सामने रखते ? क्यों नहींं बताते कि कितनों को टीका लगा? अगर वो सॉफ्टवेयर नहीं बना पाए रहे तो मैं बनवाने को तैयार हूं। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कमलनाथ ने कहा कि भाजपा धर्म की ठेकेदार नहीं है. धार्मिक हम भी हैं लेकिन हम शो नहीं करते। उन्होंने कहा मैं कहीं भी धार्मिक स्थल जाता हूं तो भाजपा के पेट मे दर्द होता है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में डेढ़ लाख लोगों की मौत हुई है, जिनमें से 70 फीसदी कोविड से मरे हैं। कमलनाथ ने कहा कि नकली इंजेक्शनों के कारण जिनकी मौतें हुई हैं उन सब को 5 लाख रुपये मुआवजा दिया जाना चाहिए। मैं इसके लिए एक एफिडेविट बनवा रहा हूं। सरकार उस एफिडेविट के आधार पर मृतकों के परिजनों को क्षतिपूर्ति दे। उन्होंने कहा कि कोविड काल में आज कांग्रेस नेता का यह दौरा भले ही धार्मिक हो लेकिन राजनीति जमकर हुई। बुंदेलखंड और महाकौशल क्षेत्र के तमाम कद्दावर कांग्रेसी करोना प्रोटोकाल की धज्जियांं उड़ाते नजर आए। सतना के रैगांव विधायकी की सीट जुगुल किशोर बागरी की मौत के बाद होने वाले उपचुनाव के कई दावेदार कमलनाथ को चेहरा दिखाने पहुंचे।