छत्तीसगढ़ की भूमि में आश्चर्य चकित करने वाले प्राकृतिक स्थल है। प्रदेश की कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान अपनी अनूठी जैव विविधता के साथ भारत का नया यूनेस्को धरोहर दावेदार बन गया है।
Kanger Valley National Park World Heritage : छत्तीसगढ़ की भूमि में आश्चर्य चकित करने वाले प्राकृतिक स्थल है। प्रदेश की कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान अपनी अनूठी जैव विविधता के साथ भारत का नया यूनेस्को धरोहर दावेदार बन गया है। पूरे देश के लिए यह गर्व का क्षण है। राज्य के बस्तर जिले में स्थित कांगेर घाटी नेशनल पार्क को यूनेस्को ने वर्ष 2025 की वर्ल्ड हेरिटेज साइट की तदर्थ (टेंटेटिव) सूची में शामिल कर लिया है। यह ऐतिहासिक उपलब्धि है, क्योंकि पहली बार किसी स्थल को इस प्रतिष्ठित सूची में स्थान मिला है। कांगेर घाटी की खूबसूरती और ऐतिहासिक महत्व ने इसे इस मुकाम तक पहुंचाया।
अब छत्तीसगढ़ सरकार के पास एक साल का समय है, जिसमें उसे आवश्यक तथ्यात्मक जानकारी और दस्तावेजों के साथ अपना दावा पेश करना होगा। यदि यह प्रक्रिया सफल रहती है, तो कांगेर घाटी नेशनल पार्क को वर्ल्ड हेरिटेज साइट का आधिकारिक दर्जा मिल सकता है।
दिसंबर 2023 में छत्तीसगढ़ सरकार और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (Archaeological Survey of India) ने इस अद्भुत स्थल को वैश्विक पहचान (Global Identity) दिलाने की योजना बनाई। विशेषज्ञों ने इसकी जैव विविधता, पुरातात्विक धरोहर और अद्वितीय पारिस्थितिकी तंत्र का गहराई से अध्ययन किया और फिर इसका नाम यूनेस्को की अस्थायी सूची में शामिल करने का प्रस्ताव भेजा गया। यह पहली बार है जब छत्तीसगढ़ का कोई स्थल इस प्रतिष्ठित सूची में शामिल हुआ है। अब पूरी उम्मीद है कि आने वाले वर्षों में इसे स्थायी विश्व धरोहर का दर्जा भी मिल सकता है।
कांगेर घाटी नेशनल पार्क अपनी समृद्ध जैव विविधता, अनूठी गुफाओं, दुर्लभ वन्यजीवों और जनजातीय संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। यह क्षेत्र 200 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और यहां की भौगोलिक संरचना इसे बेहद खास बनाती है।