कानपुर में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। उपद्रवियों को चिन्हित कर पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि अभी तक 18 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए आरोपी हिंसा में शामिल थे।
Kanpur Violence: कानपुर में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के बाद पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी है। उपद्रवियों को चिन्हित कर पुलिस उनकी गिरफ्तारी के लिए प्रयास शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि अभी तक 18 से ज्यादा लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है। बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए गए आरोपी हिंसा में शामिल थे।
दरअसल, उपद्रवियों ने ऐसे समय पर कानपुर में हिंसा की जब राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ वहां पर मौजूद थे। वहीं, अब पुलिस आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाना शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि, बेगमगंज, नई सड़क, यतीमखाना जैसे इलाकों में समुदाय विशेष के लोगों ने पथराव और बमबाजी की। कई घंटे बाद हालात काबू में आ पाए। संकरी गलियों में छतों से पुलिस पर पथराव किया जा रहा था। पत्थराव में उपद्रवियों ने बच्चों और कम उम्र के लड़कों को आगे रखा, जिसकी वजह से पुलिस सख्ती नहीं बरत पा रही थी और हालात काबू करने में समय लगा।
जगह-जगह चिपकाए गए थे पोस्टर
बताया जा रहा है कि उपद्रवियों ने पहले से ही इसकी योजना बनाई थी। खुफिया विभाग को इसकी भनक भी नहीं लगी। पूरी मार्केट में जगह-जगह पोस्टर चिपकाए गए थे, लेकिन स्थानीय पुलिस इससे बेखबर रही।
18 उपद्रवियों हिरासत में
बताया जा रहा है कि हिंसा के बाद पुलिस ने आरोपियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। कहा जा रहा है कि 18 उपद्रवियों को पुलिस अभी तक हिरासत में रखी है। पुलिस ने बताया कि इस बवाल में सात लोग घायल हुए हैं। वहीं, सरकार ने इलाके में फोर्स बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है कि पीएसी की दो कंपनियां भेजी जा रही हैं।