1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. Kashi Vishwanath Corridor: पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण करने वाले श्रमिकों के साथ किया भोजन

Kashi Vishwanath Corridor: पीएम मोदी ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण करने वाले श्रमिकों के साथ किया भोजन

Kashi Vishwanath Corridor: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकापर्ण के बाद पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया। संबोधन खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण करने वाले श्रामिकों के साथ भोजन किया। इससे पहले उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि, बनारस वो नगर है जहां से जगद्गुरू शंकराचार्य को श्रीडोम राजा की पवित्रता से प्रेरणा मिली, उन्होंने देश को एकता के सूत्र में बांधने का संकल्प लिया।

By शिव मौर्या 
Updated Date

Kashi Vishwanath Corridor: काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का लोकापर्ण के बाद पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित किया। संबोधन खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री ने काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का निर्माण करने वाले श्रामिकों के साथ भोजन किया। इससे पहले उन्होंने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा था कि, बनारस वो नगर है जहां से जगद्गुरू शंकराचार्य को श्रीडोम राजा की पवित्रता से प्रेरणा मिली, उन्होंने देश को एकता के सूत्र में बांधने का संकल्प लिया। ये वो जगह है जहां भगवान शंकर की प्रेरणा से गोस्वामी तुलसीदास जी ने रामचरित मानस जैसी अलौकिक रचना की।

पढ़ें :- देश में जिस तरह से कोरोना फैला था, उसी तरह नरेंद्र मोदी ने बेरोजगारी फैला दी : राहुल गांधी

पढ़ें :- जयराम रमेश बोले- 'दक्षिण में साफ और उत्तर में हाफ हो जाएगी भाजपा', कमजोर वर्ग को हम बनाना चाहते हैं सशक्त

उन्होंने कहा कि, यहीं की धरती सारनाथ में भगवान बुद्ध का बोध संसार के लिए प्रकट हुआ। समाजसुधार के लिए कबीरदास जैसे मनीषी यहां प्रकट हुये। समाज को जोड़ने की जरूरत थी तो संत रैदास जी की भक्ति की शक्ति का केंद्र भी ये काशी बनी। पीएम ने कहा कि, काशी अहिंसा,तप की प्रतिमूर्ति चार जैन तीर्थंकरों की धरती है।

पढ़ें :- Loksabha Election 2024: कौशांबी में BSP ने उड़ाई आचार संहिता की धज्जियां, जनता को बांटे पैसे, वीडियो वायरल

राजा हरिश्चंद्र की सत्यनिष्ठा से लेकर वल्लभाचार्य,रमानन्द जी के ज्ञान तक चैतन्य महाप्रभु,समर्थगुरु रामदास से लेकर स्वामी विवेकानंद,मदनमोहन मालवीय तक कितने ही ऋषियों,आचार्यों का संबंध काशी की पवित्र धरती से रहा है। इसके साथ ही पीएम मोदी ने कहा कि, मेरे लिए जनता जनार्दन ईश्वर का ही रूप है, हर भारतवासी ईश्वर का ही अंश है, इसलिए मैं कुछ मांगना चाहता हूं। मैं आपसे अपने लिए नहीं, हमारे देश के लिए तीन संकल्प चाहता हूं- स्वच्छता, सृजन और आत्मनिर्भर भारत के लिए निरंतर प्रयास।

Koo App

प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में हमारी समृद्ध संस्कृति पूरे विश्व में ऊर्जा का स्रोत बन रही है। प्रधानमंत्री जी द्वारा लोक आस्था को बल देती इस विचारधारा के तहत हमारे प्राचीन वैभव के आधुनिक नवनिर्माण को अप्रत्याशित बल मिला है। उनकी दूरदृष्टि से बाबा का धाम अपनी पूर्णता की ओर बढ़ रहा है। इससे परिसर की भव्यता और सुंदरता में एक नया अध्याय जुड़ा है। (2/2) #KashiVishwanathDham

Nitin Gadkari (@nitin.gadkari) 13 Dec 2021

पढ़ें :- कांग्रेस CEC की बैठक में राहुल-प्रियंका की उम्मीदवारी पर फैसला कल!
Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...