हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का बहुत महत्व है। किसी कार्य को करने के पहले ग्रह नक्षत्रों की चाल को देखना और उसके अनुरूप कार्य को आरंभ करना सनातन धर्म में सदियों से चला आ रहा है।
Kharmas importance : हिंदू धर्म में शुभ मुहूर्त का बहुत महत्व है। किसी कार्य को करने के पहले ग्रह नक्षत्रों की चाल को देखना और उसके अनुरूप कार्य को आरंभ करना सनातन धर्म में सदियों से चला आ रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार,इस बार खरमास 14 मार्च, सोमवार की रात से शुरू हो रहा है और 14 अप्रैल तक चलेगा। सूर्य का कुंभ की राशि से निकलकर मीन राशि में प्रवेश होने के कारण खरमास लग जाएगा।धर्मिक ग्रंथों के मुताबिक, खरमास के दौरान दान और सेवा का बहुत महत्व है।आइए जानते हैं क्या होता खरमास और क्या है इसका महत्व।
खरमास महत्व
1.हिंदू पंचाग के अनुसार 14 मार्च की रात 2.39 बजे सूर्य कुंभ से निकलकर गुरु की राशि मीन में प्रवेश करेंगे और 14 अप्रैल को सुबह 10.53 बजे मेष राशि में प्रवेश करने से खरमास समाप्त हो जाएगा।
2.ज्योतिषियों के अनुसार खरमास के दिनों में भगवान सूर्य देव की पूजा से सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
3.खरमास में भगवान विष्णु की पूजा करने से समस्त पापों का नाश होता है। साथ ही घर में यश-वैभव का आगमन होता है।
4.इन दिनों में गौ माता, गुरुदेव और साधु जनों की सेवा करें। इससे शुभ फल की प्राप्ति होती है।
5.खरमास में गरीबों और जरूरतमंदों को सामर्थ्य अनुसार दान अवश्य करें।