माता-पिता के बाद अगर सबसे बेजोड़ अगर कोई रिश्ता होता है तो वह छात्र व शिक्षक का होता है। एक शिक्षक अपने छात्र को निखाराने के लिए कभी प्यार तो कभी गुस्सा करके उसका भविष्य मील के पत्थर जैसा मजबूत बनाना चाहता है, जिससे वह समाज में सम्मानित स्थान पा सकें।
लखनऊ। माता-पिता के बाद अगर सबसे बेजोड़ अगर कोई रिश्ता होता है तो वह छात्र व शिक्षक का होता है। एक शिक्षक अपने छात्र को निखाराने के लिए कभी प्यार तो कभी गुस्सा करके उसका भविष्य मील के पत्थर जैसा मजबूत बनाना चाहता है, जिससे वह समाज में सम्मानित स्थान पा सकें।
यह बात केवी शिक्षक संघ के पूर्व अध्यक्ष मुख्य अतिथि केएम यादव ने केंद्रीय विद्यालय गोमती नगर में केंद्रीय विद्यालय पुरातन छात्र संघ द्वारा आयोजित एल्युमनी समारोह के दौरान कही। कार्यक्रम का संचालन करते हुए पूर्व शिक्षक जीपी यादव व एचपीएस चौहान पूर्व छात्रों की सराहना करते हुए कहा कि छात्र और शिक्षक के बीच का जो अटूट रिश्ता है वो सिर्फ महसूस किया जा सकता है।
अन्य शिक्षकों में सरस्वती देवी, श्वेता सिंह, एसआर गुप्ता, आरके यादव, पीके शाह खेल शिक्षक चरण, पीपी एल गिरी सहित कई पूर्व शिक्षकों का सम्मान करके उन्हे पुष्प गुच्छ और शाल,स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया। इस मौके पर अंजार सिद्दीकी,कुमुद लाल, धनंजय सिंह, दीपक सिंह, गौरव यादव, अमित ठाकुर, योगेश सिंह,फैसल हुसैन सहित अन्य छात्रों की मुख्य भूमिका रही जिन्होंने कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान दिया।
20 साल बाद छात्र-और शिक्षक आपस में मिल रहे थे। जिनकी खुशी उनके चेहरे पर साफ दिख रही थी। वही कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए इसको कई डिजिटल प्लेटफार्म पर सजीव प्रसारण भी किया जा रहा था। आसमान के उपर उड़ता हुआ ड्रोन कैमरा हर उस पल की तस्वीरें कैद कर रहा था मानो की जैसे अभी भी सब कुछ वैसा हो जैसा बीस साल पहले था। छात्र भी अपने अंदाज़ में इस पूरे ऐतिहासिक क्षण का आनंद ले रहे थे।
इस मौके पर पूर्व छात्र सुमित चौहान ने बताया की गुरु की मार में जो प्यार छिपा होता है वास्तव में उसी से छात्र का भविष्य उज्जवल होता है।
तो वही तौकीर हसन ने कहा कि वो चाहे जितने भी बड़े क्यों न हो जाएं पर जब अपने स्कूल में पहुंचते है तो फिर से अपने बचपन में खो जाते है।