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Lakhimpur Kheri Violence : स्वतंत्र देव सिंह ने कार्यकर्ताओं को पिलाई ये घुट्टी, दी ये बड़ी नसीहत

Lakhimpur Kheri Violence : यूपी के लखीमपुर खीरी में हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) के बाद बीजेपी बैकफुट पर नजर आ रही है। इसी झलक कहीं न कहीं रविवार को प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने पार्टी कार्यकर्ताओं के संबोधन के दौरान नजर आई। स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) रविवार को अल्पसंख्यक मोर्चे की कार्यसमिति में बोलते हुए कहा कि नेतागिरी का मतलब किसी को लूटना नहीं होता है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

Lakhimpur Kheri Violence : यूपी के लखीमपुर खीरी में हिंसा (Lakhimpur Kheri Violence) के बाद बीजेपी बैकफुट पर नजर आ रही है। इसी झलक कहीं न कहीं रविवार को प्रदेश बीजेपी (BJP) अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) ने पार्टी कार्यकर्ताओं के संबोधन के दौरान नजर आई। स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh) रविवार को अल्पसंख्यक मोर्चे की कार्यसमिति में बोलते हुए कहा कि नेतागिरी का मतलब किसी को लूटना नहीं होता है। उन्होंने कहा कि नेतागिरी का मतलब किसी को लूटने नहीं आए हैं और न ही फॉर्च्यूनर से किसी को कुचलने नहीं आए हैं। स्वतंत्र देव सिंह (Swatantra Dev Singh)  ने कहा कि वोट आपके व्यवहार की वजह से ही आपको मिलेगा। अगर जिस मोहल्ले में आप रहते हैं, वहां 10 लोग आपकी तारीफ करते हैं तो मेरा सीना चौड़ा हो जाएगा। नेतागिरी का यह मतलब नहीं होता कि जिस मोहल्ले में रहते हैं, लोग आपकी शक्ल नहीं देख पाएं।

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बता दें कि लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri)  में पिछले रविवार को बीजेपी (BJP) नेताओं, कार्यकर्ताओं और किसानों के बीच जबरदस्त हिंसा हुई थी। इसमें केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Union Minister of State for Home Ajay Mishra Teni) के बेटे आशीष मिश्र पर किसानों को गाड़ी से कुचलने का आरोप लगा था। हालांकि, आशीष दावा करता रहा कि घटना के समय घटनास्थल पर मौजूद नहीं था, बल्कि वह दूर एक कार्यक्रम में था। इसके बाद सामने आए कई वीडियो में थार गाड़ी किसानों को कुचलते हुए दिखाई दी थी। उसके पीछे एक फॉर्च्यूनर गाड़ी भी तेजी से निकलते देखी जा सकती थी। विवाद बढ़ने के बाद विपक्षी दलों के नेताओं ने लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) का दौरा किया था। इसके बाद में मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया। कोर्ट की कड़ी फटकार के बाद पुलिस ने आशीष मिश्र को बीते दिन 12 घंटे लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया।

क्राइम ब्रांच (Crime Branch) ने आशीष को पहले भी तलब किया था, लेकिन तब आशीष नहीं पहुंचा था। इसे बाद अगले दिन फिर से उसे पूछताछ के लिए बुलाया गया, जहां पर समय से पहले पहुंचा। पहले समन पर नहीं पहुंचने के बाद आशीष के नेपाल भागने की भी चर्चा थी। हालांकि, आशीष के पिता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी (Union Minister of State for Home Ajay Mishra Teni) के खुद सामने आए थे । कहा था वह कहीं नहीं गया है। पूछताछ में शामिल होने के दौरान आशीष ने पुलिस अधिकारियों को कई वीडियोज भी सौंपे हैं, जिसके जरिए उसने दावा किया कि वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं था। इस दावे का क्रॉस एग्जामिनेशन करने के लिए पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर जांच कर रही है।

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