लखीमपुर खीरी : यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के तमाम प्रयासों के बावजूद भी भ्रष्टाचार कम नहीं हो पा रहा है, बल्कि अब भ्रष्टाचार को रोकने वाले ही भ्रष्टाचार में शामिल होते नजर आ रहे हैं,क्योंकि एक कहावत कही जाती है कि सैंया भए कोतवाल तो अब काहे का डर ।
जी हां ये कहावत लखीमपुर खीरी जिले के पुलिस महकमे पर बिल्कुल सटीक बैठ रही है । दरअसल लखीमपुर खीरी जिले में शनिवार की सुबह सोशल मीडिया पर कुछ व्हाट्सएप चैट वायरल हुई है और वायरल चैट ने पुलिस लाइन का बड़ा भ्रष्टाचार का खुलासा किया है और इस खुलासे के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है ।
बता दें गणना मेजर व आरक्षी के बीच में व्हाट्सएप पर चैट कर कुछ बातें की गई थी, जिसमें साफ तौर पर पता चल रहा था कि अब पुलिस महकमा भी भ्रष्टाचार से लबरेज हो चुका है । फिलहाल आपको इस भ्रष्टाचार की सोशल मीडिया पर हुई व्हाट्सएप चैट की कहानी बता रहे हैं ।
बाकायदा पुलिस महकमे में भी औरों की तरह रेट लिस्ट तैयार हो चुकी है जिसमे परेड में शामिल ना होने पर रोजाना 100 रुपए का रेट इसके साथ ही सिपाही की रवानगी के लिए 1000 रुपए का रेट साथ ही दरोगा की रवानगी के 2000 रुपए का रेट फिक्स किया गया है। साथ ही चैट में महिला सिपाहियों के लिए अभद्र भाषा का भी प्रयोग किया गया है ।
फिलहाल व्हाट्सएप चैट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस महकमे में की जमकर किरकिरी हो रही है । चैट को लेकर पुलिस अधीक्षक गणेश प्रसाद साह ने संज्ञान लेते हुए पुलिस लाइन के गणना कार्यालय में नियुक्त गणना मैनेजर व आरक्षी को तत्काल प्रभाव से गणना कार्यालय से हटा दिया है.एसएसपी खीरी नेपाल सिंह ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल व्हाट्सएप चैटिंग की सत्यता की जांच क्षेत्राधिकारी सदर को सौंपी गई है ।