नीतीश कुमार से अलग होने के बाद से लोकतांत्रिक जनता दल कभी अपना प्रभाव नहीं दिखा सकी। जिसको लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने अपनी पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल को लालू की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के विलय करने का ऐलान कर दिया है।
नीतीश कुमार से अलग होने के बाद से लोकतांत्रिक जनता दल कभी अपना प्रभाव नहीं दिखा सकी। जिसको लेकर पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने अपनी पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल को लालू की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के विलय करने का ऐलान कर दिया है। उनका कहना है कि 20 मार्च को यह पूरी प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी और साथ ही उन्होंने कहा कि जनता परिवार को मजबूत करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।
राजनीतिज्ञों का कहना है कि राष्ट्रीय जनता दल में लोकतांत्रिक जनता दल के एक होने का कारण शरद यादव और लालू यादव के करियर की विराम के तौर पर देखा जा रहा है।
बता दे कि जब से लालू यादव का नाम चारा घोटाले में पड़ा है। तब से वे लोकतांत्रिक जनता दल से बाहर निकल गए थे । जिसके बाद उन्होंने खुद से एक अपनी पार्टी बनाई थी। क्योंकि वो इस घोटाले के मुख्य आरोपी थे। शरद यादव को उस वक्त लालू यादव का विरोधी समझा जाता था। 2005 में शरद यादव ने बिहार में लालू यादव के 15 साल के शासन को खत्म करने के लिए नीतीश कुमार का साथ भी दिया।