दिन कितना ही बड़ा हो बीत जाता है। इसी तरह रात भी चाहे कितनी लंबी हो बीत जाती है। यह जो बीतना है यह किसी के अधीन नहीं है।
Longest day 2023 : दिन कितना ही बड़ा हो बीत जाता है। इसी तरह रात भी चाहे कितनी लंबी हो बीत जाती है। यह जो बीतना है यह किसी के अधीन नहीं है। यह एक चक्र है जो चलता ही रहता है। ये रात और दिन कभी छोटे तो कभी बड़े लगते है। इसका वैज्ञानिक नियम भी है। आमतौर पर ये 12-12 घंटे के होते हैं लेकिन 21 दिसंबर के बाद रातें छोटी होने लगती हैं और दिन बड़े होने लगते हैं।
21 जून को साल का सबसे लंबा दिन बताया गया है। इस दिन उत्तरी गोलार्ध में मौजूद सभी देशों में दिन लंबा और रात छोटी होती है। खास बात ये है कि इस दिन ऐसा पल ऐसा भी आता है जब आपकी परछाई साथ छोड़ देती है।
मध्याह्न में कर्क रेखा के ऊपर होगा सूर्य
21 जून 2022 को सूरज मध्याह्न में कर्क रेखा के ऊपर होगा। इसका मतलब यह है कि इस दिन सूर्य का प्रकाश धरती पर सबसे लंबे समय तक रहेगा। पृथ्वी पर दिन सुबह जल्दी होगा जबकि सूर्यास्त देर से होगा। जिसके कारण सबसे लंबा दिन और सबसे छोटी रात होगी। 21 जून को साल के सबसे बड़े दिन के साथ ही साल की सबसे छोटी रात भी होती है। 21 सितंबर आते-आते दिन और रात एक बराबर हो जाते हैं। इसके बाद 21 सितंबर से रात लंबी होने का सिलसिला बढ़ने लगता है। ये प्रक्रिया 23 दिसंबर तक होती है। यह पृथ्वी की एक सामान्य प्रक्रिया है।