कोरोना महामरी में योगी सरकार के लाख उपायों के बार हर तरफ लूट मची हुई है। आए दिन आक्सीजन, दवाओं, अस्पतालों में बेड के नाम पर व एंबुलेंस चालकों द्वारा मन मनाया किराया वसूली आम बात हो चुकी है। ये लोग आपदा को अवसर मान लिया है। मरीजों व उनके तीमारदारों ने उगाही करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
नोएडा। कोरोना महामरी में योगी सरकार के लाख उपायों के बार हर तरफ लूट मची हुई है। आए दिन आक्सीजन, दवाओं, अस्पतालों में बेड के नाम पर व एंबुलेंस चालकों द्वारा मन मनाया किराया वसूली आम बात हो चुकी है। ये लोग आपदा को अवसर मान लिया है। मरीजों व उनके तीमारदारों ने उगाही करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
कोरोना जैसी आपदा में भी मदद करने के नाम पर लोग लूटने में लगे हैं। ऐसा ही एक मामला नोएडा में देखने को मिला है, जहां एक एंबुलेंस वाले ने 25 किलोमीटर जाने के लिए मरीज के परिजनों से 42 हजार रुपये ले लिए। परिजनों ने मामले की शिकायत सोशल मीडिया पर नोएडा पुलिस से की है। सेक्टर-50 की सोसाइटी में रहने वाले असित दिल्ली हाइकोर्ट में एडवोकेट हैं। वह कुछ दिन पहले कोरोना संक्रमित हुए थे और होम आइसोलेशन में हैं।
सोमवार को उनकी तबीयत खराब हो गई। उनके भाई विष्णु ने कुछ निजी एंबुलेंस वालों को फोन कर शारदा अस्पताल जाने की बात कही। एक एबुलेंस आई और असित को लेकर चल दी, लेकिन बीच रास्ते में परिजनों ने फोन कर कहा कि सेक्टर-35 के प्रकाश अस्पताल लेकर जाइए। वहां पहुंचे तो पता चला कि बेड खाली नहीं हैं। इसके बाद नोएडा एक्सटेंशन स्थित यथार्थ अस्पताल लेकर पहुंचे और असित को भर्ती कराया। अस्पताल में छोड़ने पर एंबुलेंस वाले ने असित के परिजनों से 44 हजार रुपये मांगे। काफी बहस करने पर चालक सिर्फ दो हजार रुपये कम करने पर राजी हुआ। विष्णु ने बताया कि एंबुलेंस वाला करीब 25 किलोमीटर ही चला होगा, लेकिन मजबूरी में उन्हें पैसे देने पड़े।
ट्रैफिक पुलिस ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर, इस 9971009001 पर करें शिकायत
ट्रैफिक पुलिस ने एंबुलेंस वालों पर लगाम लगाने और लोगों की मदद करने के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। अगर कोई एम्बुलेंस वाला अधिक पैसे मांगता है तो लोग हेल्पलाइन 9971009001 पर शिकायत कर सकते हैं।
डीसीपी ट्रैफिक गणेश साहा ने कहा कि शिकायत मिलने पर एंबुलेंस वाले को ट्रेस कर लिया गया है। उसने अपनी गलती मान ली है और वह लिए गए अतिरिक्त पैसों को वापस करेगा। इसके साथ ही एंबुलेंस वाले के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।