यूपी की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के गोलागंज में जिस स्कूल की बिल्डिंग को लेकर विवाद चल रहा है। बीते 139 वर्षों से सेंटीनियल स्कूल का संचालन किया जा रहा था। यह सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय है। रातों रात इस स्कूल को खत्म कर यहां निजी स्कूलों को मान्यता दे दी गई, लेकिन आखिरकार, गरीब और जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को उनका स्कूल वापस मिल गया।
लखनऊ। यूपी की राजधानी लखनऊ (Lucknow) के गोलागंज में जिस स्कूल की बिल्डिंग को लेकर विवाद चल रहा है। बीते 139 वर्षों से सेंटीनियल इंटर कॉलेज (Centennial Inter College) का संचालन किया जा रहा था। यह सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय है। रातों रात सेंटीनियल इंटर कॉलेज (Centennial Inter College) को खत्म कर यहां निजी स्कूलों को मान्यता दे दी गई, लेकिन आखिरकार, लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार (Lucknow District Magistrate Surya Pal Gangwar) के हस्तक्षेप से गरीब और जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को उनका स्कूल वापस मिल गया।
लखनऊ के जिलाधिकारी सूर्य पाल गंगवार (Lucknow District Magistrate Surya Pal Gangwar) ने शुक्रवार को सेंटीनियल इंटर कॉलेज (Centennial Inter College) में स्टूडेंट्स को प्रवेश दिलाया। इसके साथ ही सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल के भवन पर कब्जा करके चल रहे निजी स्कूल को बंद करा दिया है। निजी स्कूल के कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों का दाखिला सेंटीनियल में कराने का विकल्प दिया गया है। इसके साथ ही, कक्षा एक से पांच तक के बच्चों को दूसरे स्कूल में समायोजित कराने का भी विकल्प अभिभावकों को दिया गया है।