भारतीय पुलिस सेवा (IPS ) के पूर्व अधिकारी अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) के घर को यूपी पुलिस (UP Police) के जवान सख्त पहरे पर बैठ गए हैं। राजधानी लखनऊ के गोमतीगनर स्थित उनके आवास के चारों तरफ पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। ये तैनाती पूर्व आईपीएस अधिकारी को डीजीपी दफ्तर (DGP Office) के बाहर प्रदर्शन करने से रोकने के लिए की गई है।
लखनऊ। भारतीय पुलिस सेवा (IPS ) के पूर्व अधिकारी अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) के घर को यूपी पुलिस (UP Police) के जवान सख्त पहरे पर बैठ गए हैं। राजधानी लखनऊ के गोमतीगनर स्थित उनके आवास के चारों तरफ पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। ये तैनाती पूर्व आईपीएस अधिकारी को डीजीपी दफ्तर (DGP Office) के बाहर प्रदर्शन करने से रोकने के लिए की गई है। बता दें कि अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) ने बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक (BJP MP Subrata Pathak) के खिलाफ एक मामले में कार्रवाई न होने के कारण गुरूवार को यूपी पुलिस महानिदेशक (UP Director General of Police) के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
जानें क्यों प्रदर्शन करना चाहते हैं अमिताभ ठाकुर ?
बता दें कि ये मामला कन्नौज से भाजपा सांसद सुब्रत पाठक (BJP MP Subrata Pathak) और बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा पुलिस के साथ मारपीट करने के मामला से जुड़ा हुआ है। पाठक पर आरोप है कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं के साथ कन्नौज मंडी स्थित पुलिस चौकी में घुसकर वहां तैनात पुलिसकर्मियों से मारपीट और अभद्रता की। नेता से नौकरशाह बने पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर (Amitabh Thakur) ने यूपी पुलिस पर इस मामले को दबाने का आरोप लगाया है। महीनों बीत जाने के बावजूद बीजेपी सांसद (BJP MP) और आरोपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ कोई ठोस एक्शन न होने को लेकर ठाकुर ने डीजीपी दफ्तर (DGP Office) के बाहर गुरूवार को प्रदर्शन का ऐलान किया था। वे ऑफिस के बाहर आज अकेले मुंह और पांव बांधकर प्रदर्शन करने वाले थे। उन्हें रोकने के लिए पुलिस ने उनके घर को चारों तरफ से घेर लिया है।
घटनास्थल का दौरा कर चुके हैं अमिताभ ठाकुर
जून में पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने अपनी पत्नी नूतन ठाकुर के साथ कन्नौज पहुंचकर मामले की छानबीन करने की कोशिश की थी। उन्होंने कन्नौज मंडी स्थित उस पुलिस चौकी का दौरा भी किया, जहां तैनात पुलिसकर्मियों के साथ बीजेपी सांसद (BJP MP) और उनके कार्यकर्ताओं ने मारपीट की थी। लेकिन ठाकुर को वहां तैनात पुलिसकर्मियों से कोई सहायता नहीं मिली। खफा होकर उन्होंने कहा था कि पुलिस इस मामले में डरी हुई है। कोई इस मसले पर बात नहीं करना चाहता है। एएसपी रैंक के अधिकारी भी डरे हुए हैं। पूर्व आईपीएस अफसर और आजाद अधिकार सेना नामक राजनीतिक पार्टी चलाने वाले अमिताभ ठाकुर ने कन्नौज सांसद सुब्रत पाठक (BJP MP Subrata Pathak) को गिरफ्तार करने और उनके विरूद्ध एनएसए लगाने की मांग की थी।
जानें कब का है मामला ?
बता दें कि पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट का मामला बीते माह 2 जून का है। उस रात सदर कोतवाली के मंडी समिति पुलिस चौकी में बंद किए गए कार्यकर्ता को छुड़ाने जाने के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच कथित तौर पर मारपीट हुई थी। इस मामले में केस भी दर्ज हो चुका है। जिसमें बीजेपी सांसद सुब्रत पाठक भी आरोपी बनाए गए हैं। मामले ने खासा सियासी तूल पकड़ा था। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पुलिसकर्मियों की पिटाई को लेकर यूपी में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति पर सीएम योगी को लताड़ लगाई थी। वहीं, कन्नौज सांसद ने अपने ऊपर केस दर्ज होने को लेकर जिले के पुलिस अधिकारियों पर विपक्ष के इशारे पर काम करने का आरोप लगाया था।