राजधानी लखनऊ में पीजीआई स्थित माती नाले में मिला महिला के शव की शिनाख्त हो गई है। महिला की शिनाख्त रुचि सिंह के रूप में हुई है और रुचि सिंह महिला सिपाही के पद पर तैनात थीं। इनकी तैनाती पुलिस मुख्यालय में थी। शनिवार को सुशांत गोल्फ सिटी थाने में रुचि सिंह की गुमशुदगी दर्ज की गई थी।
Lucknow News: राजधानी लखनऊ में पीजीआई स्थित माती नाले में मिला महिला के शव की शिनाख्त हो गई है। महिला की शिनाख्त रुचि सिंह के रूप में हुई है और रुचि सिंह महिला सिपाही के पद पर तैनात थीं। इनकी तैनाती पुलिस मुख्यालय में थी। शनिवार को सुशांत गोल्फ सिटी थाने में रुचि सिंह की गुमशुदगी दर्ज की गई थी।
रविवार को सिपाही के भाई ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर शव की शिनाख्त की। आरोप है कि प्रतापगढ़ के रानीगंज में तैनात तहसीलदार ने हत्या की साजिश रची थी। फिलहाल पुलिस ने तहसीलदार सहित दो को हिरासत में ले लिया गया है, जिससे पूछताछ की जा रही है।
13 फरवरी से लापता थीं रुचि
बता दें कि, रुचि सिंह मूल रूप से बिजनौर की रहने वाली थी। 13 फरवरी को ड्यूटी के लिए निकली लेकिन नहीं पहुंची। इस पर साथ के लोगों ने उसकी तलाश की लेकिन उसका पता नहीं लगा। इस पर उसकी सहेली ने सोशल मीडिया में पोस्ट डाल कर मदद मांगी थी। इस दौरान रुचि सिंह के मोबाइल फोन पर संपर्क किया गया तो वो बंद मिला। इसके बाद गुमशुदगी दर्ज की गई। वहीं, गुरुवार को पीजीआई के माती स्थित नाले में महिला का शव मिला था, जिसकी शिनाख्त आज रुचि सिंह के रूप में हुई। पुलिस का कहना है कि भाई शुभम और पिता योगेंद्र ने शव की शिनाख्त की है।
तहसीलदार से थे संबंध
पुलिस ने मामले की करते हुए महिला सिपाही के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल खांगाली, जिसमें एक संदिग्ध नंबर पुलिस को मिला। जो प्रतापगढ़ के रानीगंज में तैनात तहसीलदार पद्मेश श्रीवास्तव का था। इस सूचना पर पुलिस ने तहसीलदार को हिरासत में ले लिया। शुरूआती पूछताछ में सामने आया कि दोनों की दोस्ती फेसबुक के जरिए हुई थी। कुछ दिनों के बाद दोनों के बीच अच्छे संबंध हो गए। रुचि पहले से ही विवाहित थी। फिर वह लगातार तहसीलदार पर शादी करने का दबाव बना रही थी। पुलिस का कहना है कि महिला सिपाही की किसी तरह से हत्या की गई है इसके लिए पूछताछ जारी है।