चुनाव आयोग (Election commission) ने शनिवार को पांच राज्यों की विधानसभा चुनावों की तारीख का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही ईडी के ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh) का भी वीआरएस (VRS) स्वीकार हो गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के संयुक्त निदेशक राजेश्वर सिंह ने पिछले साल अगस्त में ही वीआरएस के लिए आवेदन किया था। इसके 6 माह बाद अब विभाग ने उनका वीआरएस स्वीकार कर लिया है।
लखनऊ। चुनाव आयोग (Election commission) ने शनिवार को पांच राज्यों की विधानसभा चुनावों की तारीख का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही ईडी के ज्वाइंट डायरेक्टर राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh) का भी वीआरएस (VRS) स्वीकार हो गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के संयुक्त निदेशक Joint Director, Enforcement Directorate (ED) राजेश्वर सिंह (Rajeshwar Singh) ने पिछले साल अगस्त में ही वीआरएस (VRS) के लिए आवेदन किया था। इसके 6 माह बाद अब विभाग ने उनका वीआरएस स्वीकार (Accept VRS) कर लिया है।
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि वह जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इसके साथ ही बीजेपी उन्हें गाजियाबाद की साहिबाबाद विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा सकती है। हालांकि उन्होंने अभी भाजपा में शामिल होने को लेकर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। इस मामले को लेकर वह अभी तक वह चुप्पी साधे हुए है।
ठीक इसी तरह कानपुर कमिश्नर रहे असीम अरुण (Asim Arun ) का वीआरएस स्वीकार विभाग ने स्वीकार कर लिया है। इनके कन्नौज से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने की चर्चा तेजी से चल रही है। 1994 बैच के आइपीएस अधिकारी असीम अरुण ने शनिवार को डीजीपी मुकुल गोयल को स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) के तहत अपनी अर्जी सौंपा। उसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से भेंट भी की है। माना जा रहा है कि मूलरूप से ग्राम खैर नगर, ठठिया, कन्नौज के निवासी असीम अरुण अपने गृह जनपद की ही सदर सीट से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर विधानसभा चुनाव के मैदान में उतार सकती है।