माजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने संभल हिंसा को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि, आखिरकार इतनी जल्दी क्या थी सर्वे को लेकर? जब प्लेसेज ऑफ वरशिप एक्ट है, उसके तहत आप सर्वे नहीं कर सकते लेकिन सरकार, अधिकारियों ने सोची समझी रणनीति के तहत यह काम किया।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने संभल हिंसा को लेकर सरकार को घेरते हुए कहा कि, आखिरकार इतनी जल्दी क्या थी सर्वे को लेकर? जब प्लेसेज ऑफ वरशिप एक्ट है, उसके तहत आप सर्वे नहीं कर सकते लेकिन सरकार, अधिकारियों ने सोची समझी रणनीति के तहत यह काम किया।
उन्होंने आगे कहा, सपा का प्रतिनिधिमंडल जब संभल गया तो उसे रोका गया। वहां जाने नहीं दिया गया। आखिर में सरकार क्या छिपाना चाहती थी। इस घटना के जरिए माहौल को बिगाड़ने की कोशिश की गयी है। भारतीय जनता पार्टी के लोग जो सरकार में बैठे हैं भाईचारे के पक्ष में नहीं है। यह दरार वादी पार्टी है, इनके लिए इंसान के जीवन का कोई मोल नहीं है।
"भारतीय जनता पार्टी के लोग जो सरकार में बैठे हैं भाईचारे के पक्ष में नहीं है। यह दरार वादी पार्टी है, इनके लिए इंसान के जीवन का कोई मोल नहीं है।"
– माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी pic.twitter.com/4OwjsBge9W
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) January 7, 2025
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अखिलेश यादव ने कुंदरकी उपचुनाव को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा, कुंदरकी में जो वोट की लूट हुई उससे आम जनमानस जान गया कि उन्होंने चुनाव नहीं कराया है पुलिस के माध्यम से वोट लूट हैं और संभल की यह घटना नहीं थी बहुत बड़ी साजिश थी। साथ ही कहा,
पीक पर भ्रष्टाचार है इस सरकार में, पीक पर महंगाई, बेरोजगारी है। आप कोई इन्वेस्टमेंट नहीं ला पा रहे हैं, अगर फिफ्थ लार्जेस्ट इकोनॉमी आप हैं तो जिन लोगों को आप फ्री राशन दे रहे हैं उनकी पर कैपिटा इनकम क्या है?
वहीं, इसके पहले, विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने संभल हिंसा से संबंधित रिपोर्ट मीडिया के सामने रखी। उन्होंने कहा कि, संभल में मस्जिद का सर्वे कराने को लेकर जानबूझकर तनाव पैदा किया। सर्वे करने जाने वाली टीम में भाजपा के लोग शामिल थे और जब विवाद बढ़ गया तो भीड़ को हटाने के लिए पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल नहीं किया गया बल्कि सीधे गोली चला दी गई। इस घटना से प्रदेश का सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया गया।