महानंदा नवमी प्रतिवर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाई जाती है। धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन जो भी देवी की पूजा करता है, वह मृत्यु के बाद विष्णु लोक में जाता है।
Mahananda Navami 2023 : महानंदा नवमी प्रतिवर्ष माघ माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि पर मनाई जाती है। धर्म शास्त्रों में कहा गया है कि इस दिन जो भी देवी की पूजा करता है, वह मृत्यु के बाद विष्णु लोक में जाता है। इस दिन कुंवारी कन्याओं का पूजन करना चाहिए। इस व्रत में देवी लक्ष्मी और देवी दुर्गा (Durga Ma) की पूजा-आराधना करने का विधान है। मान्यता है कि महानंदा नवमी का व्रत करने से सभी प्रकार के रोग और कष्ट से छुटकारा मिलता है और घर में सुख-समृद्धि आती है। इस व्रत के मनुष्य को न केवल भौतिक सुख मिलते हैं बल्कि मानसिक शांति भी मिलती है।
महानंदा नवमी 2024 – 17 फरवरी (शनिवार)
स्नान आदि से निवृत्त होकर महानंदा नवमी के व्रत और पूजा का संकल्प लें।इसके बाद लाल वस्त्र बिछाकर देवी लक्ष्मी की मूर्ति स्थापित करें।अब महालक्ष्मी की कुमकुम, अक्षत, गुलाल, अबीर, हल्दी, मेहंदी से पूजा करें। देवी को श्वेत मिठाई, पंचामृत, पंचमेवा, ऋतुफल, मखाने, बताशे आदि को भोग लगाएं। पूजा के दौरान ‘ॐ ह्रीं महालक्ष्म्यै नम:’ मंत्र का जाप करें।