महाराष्ट्र के अहमदनगर से बीजेपी सांसद सुजय विखे पाटिल (BJP MP Sujay Vikhe Patil) ने हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव को लेकर सनसनीखेज दावा किया है। उन्होंने कहा कि शिवसेना के दूसरे उम्मीदवार की हार के लिए निर्दलीय विधायक नहीं बल्कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) जिम्मेदार है। बता दें कि बीते शुक्रवार को कुल छह सीटों के लिए चुनाव में, शिवसेना के संजय पवार बीजेपी के धनंजय महादिक से हार गए। महादिक बीजेपी के तीसरे उम्मीदवार थे जबकि महा विकास अघाड़ी की सहयोगी एनसीपी और कांग्रेस ने एक-एक सीट जीती है।
मुंबई। महाराष्ट्र के अहमदनगर से बीजेपी सांसद सुजय विखे पाटिल (BJP MP Sujay Vikhe Patil) ने हाल ही में हुए राज्यसभा चुनाव को लेकर सनसनीखेज दावा किया है। उन्होंने कहा कि शिवसेना के दूसरे उम्मीदवार की हार के लिए निर्दलीय विधायक नहीं बल्कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) जिम्मेदार है। बता दें कि बीते शुक्रवार को कुल छह सीटों के लिए चुनाव में, शिवसेना के संजय पवार बीजेपी के धनंजय महादिक से हार गए। महादिक बीजेपी के तीसरे उम्मीदवार थे जबकि महा विकास अघाड़ी की सहयोगी एनसीपी और कांग्रेस ने एक-एक सीट जीती है।
अहमदनगर में पत्रकारों से बात करते हुए, विखे पाटिल ने दावा किया कि साल 2019 के विधानसभा चुनावों के बाद एनसीपी (NCP) और कांग्रेस (Congress) के साथ हाथ मिलाने के बाद से शिवसेना (Shiv Sena) को राजनीतिक नुकसान हो रहा है। उन्होंने दावा किया कि शरद पवार के नेतृत्व वाली पार्टी शिवसेना को राजनीतिक रूप से खत्म करने की कोशिश कर रही है।
शिवसेना में लोग ठाकरे को ठीक से सलाह नहीं दे रहे
उन्होंने कहा, शिवसेना (Shiv Sena) और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Chief Minister Uddhav Thackeray) को पिछले ढाई साल में सबसे बड़ा नुकसान हुआ है। विखे पाटिल ने कहा कि एनसीपी (NCP) के कारण शिवसेना का दूसरा उम्मीदवार हार गया और उनकी हार के लिए निर्दलीय विधायक जिम्मेदार नहीं है। बीजेपी सांसद ने कहा, उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray)को सतर्क रहना चाहिए और राकांपा (NCP) की साजिश को समझकर खुद को बाहर निकालना चाहिए।
अतिरिक्त वोट संजय पवार को दे सकते थे
विखे पाटिल ने आश्चर्य जताया कि राज्यसभा चुनावों में प्रफुल्ल पटेल (राकांपा) के पहले अधिमान्य मतों का कोटा 42 से बढ़ाकर 43 क्यों किया गया। उन्होंने यह भी पूछा कि कांग्रेस ने अपने उम्मीदवार इमरान प्रतापगढ़ी को सभी 44 वोट क्यों दिए, जबकि कोटा 41 था। उन्होंने कहा, राज्यसभा चुनाव में, जो खुले मतदान के जरिए हुआ था। राकांपा और कांग्रेस अपने अतिरिक्त वोट संजय पवार को दे सकते थे।