महाराष्ट्र में सियासी तापमान बढ़ता ही जा रहा है। सचिन वाजे की चिट्ठी के बाद एक बार फिर सियासी तूफान खड़ा हो गया है। वहीं, भाजपा इन आरोपों को लेकर उद्धव सरकार को घेरने में जुटी है और लगातार हमले कर रही है। वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने इसे डर्टी पॉलिटिक्स बताया है।
मुंबई। महाराष्ट्र में सियासी तापमान बढ़ता ही जा रहा है। सचिन वाजे की चिट्ठी के बाद एक बार फिर सियासी तूफान खड़ा हो गया है। वहीं, भाजपा इन आरोपों को लेकर उद्धव सरकार को घेरने में जुटी है और लगातार हमले कर रही है। वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने इसे डर्टी पॉलिटिक्स बताया है।
उन्होंने कहा कि विपक्ष उद्धव सरकार को गिराने के लिए इस तरह की साजिशें रच रहा है लेकिन उनकी साजिशें कामयाब नहीं होंगी। संजय राउत का बयान उस समय आया जब सचिन वाजे ने एक पत्र में दावा किया कि राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई पुलिस में उनकी सेवा जारी रखने के लिए दो करोड़ रुपये मांगे थे और एक अन्य मंत्री अनिल परब ने उनसे ठेकेदारों से पैसा इकट्ठा करने के लिए कहा था।
सचिन वाजे के इन आरोपों के बाद शिवसेना नेता परब ने इसे झूठा बताते हुए खारिज कर दिया था। वह दिवंगत शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की कसम खाई और कहा कि उन्होंने कुछ गलत नहीं किया है। संजय राउत ने कहा कि जेल में बंद आरोपियों से पत्र लिखवाने का नया चलन शुरू हो गया है।
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि देश ने पहले कभी इस तरीके से गंदी राजनीतिक खेल खेलते हुए नहीं देखा जिसमें जांच एजेंसियों और राजनीतिक दलों के आईटी सेल का इस्तेमाल कर चरित्र हनन किया जाए और जेल में बंद आरोपियों से पत्र लिखवाए जाएं।