महाशिवरात्रि पर शिव पूजा के लिए उनकी प्रिय वस्तुएं उनको अर्पित की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है।
Mahashivratri 2022 : महाशिवरात्रि पर शिव पूजा के लिए उनकी प्रिय वस्तुएं उनको अर्पित की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जाता है। इस वर्ष महाशिवरात्रि कल यानी 01 मार्च दिन मंगलवार को है। भगवान शिव की पूजा के विशेष नियमों में सर्वप्रथम पूजा के आसन पर ध्यान दिया जाता है। हमेशा शुद्ध आसन पर बैठकर ही पूजा करें। भगवान शिव की पूजा पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके करना चाहिए।
शमी से भगवान शिव को विशेष लगाव है। भोलेनाथ को अर्पित करने की जाने वाली वस्तुओं में से शमी की पत्तियां शिव के पूजन के समय अर्पित की जाती है। महाशिवरात्रि पर भगवान शिव जी की पूजा करते समय भूलकर भी काला वस्त्र धारण न करें। भगवान शिव का पूजन सफेद या फिर लाल, पीला, केसरिया, आसमानी आदि रंग का पहन कर करें।
भगवान शिव को अर्पित की जाने वाली वस्तुओं का विशेष महत्व है। भगवान शिव पर अक्षत, पान, सुपारी, रोली, मौली, चंदन, लौंग, इलायची, दूध, दही, शहद, घी, धतूरा, बेलपत्र, कमलगट्टा आदि भगवान को अर्पित करें।