बांग्लादेश में जारी संकट के बीच सेना ने अपने कुछ टॉप लेवल के पदों में बदलाव किया है। यह जानकारी इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने मंगलवार को दी है। मेजर जनरल जियाउल अहसन (Major General Ziaul Ahsan) को सेवा से मुक्त कर दिया गया है। इसके अलावा, लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद सैफुल आलम को विदेश मंत्रालय सौंपा गया है, जबकि लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद मोजिबुर रहमान को जीओसी सेना ट्रेनिंग और डॉक्ट्रिन कमांड नियुक्त किया गया है।
ढाका। बांग्लादेश में जारी संकट के बीच सेना ने अपने कुछ टॉप लेवल के पदों में बदलाव किया है। यह जानकारी इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) ने मंगलवार को दी है। मेजर जनरल जियाउल अहसन (Major General Ziaul Ahsan) को सेवा से मुक्त कर दिया गया है। इसके अलावा, लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद सैफुल आलम को विदेश मंत्रालय सौंपा गया है, जबकि लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद मोजिबुर रहमान को जीओसी सेना ट्रेनिंग और डॉक्ट्रिन कमांड नियुक्त किया गया है।
इसी तरह से लेफ्टिनेंट जनरल अहमद तबरेज़ शम्स चौधरी को सेना के क्वार्टरमास्टर जनरल के रूप में नियुक्त किया गया है, लेफ्टिनेंट जनरल मिजानुर शमीम को सेना के जनरल स्टाफ का प्रमुख, लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद शाहीनुल हक को कमांडेंट एनडीसी और मेजर जनरल एएसएम रिदवानुर रहमान को राष्ट्रीय दूरसंचार निगरानी केंद्र (NTMC) का महानिदेशक नियुक्त किया गया है।
दूसरी ओर, शेख हसीना के बांग्लादेश के प्रधानमंत्री पद से सोमवार को इस्तीफा देने और देश छोड़कर चले जाने के बाद वहां पैदा हुई अराजकता के बीच देशभर में हिंसा की घटनाओं में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई।कई समाचार रिपोर्ट में मंगलवार को यह जानकारी दी गई।
‘बीडीन्यूज24 डॉट कॉम’ समाचार पोर्टल ने कहा कि सोमवार को अशांति और रातभर के तनावपूर्ण हालात के बाद ढाका में मंगलवार सुबह स्थिति मुख्य रूप से शांत रही। रिपोर्ट के अनुसार, बस और अन्य सार्वजनिक वाहन सड़कों पर नजर आए और स्थानीय दुकानदारों ने भी अपनी दुकानें खोलीं। समाचार पोर्टल ने बताया कि सरकारी वाहन कार्यालयों की ओर जाते दिखाई दिए और बैटरी चालित कई रिक्शा भी सड़कों पर नजर आए।
बांग्लादेश में सोमवार को उस समय अराजकता फैल गई, जब शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से अचानक इस्तीफा दे दिया और सैन्य विमान से देश छोड़कर चली गईं। हसीना के देश छोड़कर जाने की खबर फैलते ही सैकड़ों लोगों ने उनके आवास में घुसकर तोड़फोड़ और लूटपाट की।
प्रदर्शनकारियों ने राजधानी में स्थित हसीना के आवास ‘सुधा सदन’ और अन्य प्रतिष्ठानों पर हमला कर तोड़फोड़ और आगजनी की। हसीना की अवामी लीग सरकार के मंत्रियों, सांसदों और नेताओं के ढाका और ढाका के बाहर स्थित आवासों एवं व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को भी निशाना बनाया गया।