श्री राम भक्त हनुमान अतुलित बल के धाम है। मान्यता है कि हनुमान जी कृपा से रोग ,शोक, दुख, दारिद्र भक्त के पास नहीं फटकते है।
Mangal Ke Upay : श्री राम भक्त हनुमान अतुलित बल के धाम है। मान्यता है कि हनुमान जी कृपा से रोग ,शोक, दुख, दारिद्र भक्त के पास नहीं फटकते है। सप्ताह में मंगलवार का दिन हनुमानजी को समर्पित है। नवग्रहों में मंगल को ग्रहों का सेनापति कहा जाता है। मंगल मेष और वृश्चिक राशि का स्वामी ग्रह है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में अगर मंगल दोष हो तो व्यक्ति को विभिन्न प्रकार की बाधाओं का सामना करना पड़ता है।
मंगल ग्रह का मूंगा रत्न पर आधिपत्य
इसी प्रकार यदि कुंडली में मंगल शुभ स्थिति में हो तो उच्च राजयोग बनता है। व्यक्ति में साहस, आत्मविश्वास की कमी नहीं होती। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल अशुभ योग में है तो मंगलवार के दिन कुछ उपाय कर इसे शांत किया जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल ग्रह का मूंगा रत्न पर आधिपत्य माना जाता है। इसलिए मूंगा रत्न को मंगलवार के दिन सोने या तांबे की अंगूठी में जड़वा कर पहना जाता है। आइए जानते हैं मंगल शांति के उपाय।
1.इस दिन हनुमान जी के मंदिर में जाकर उनके समक्ष चमेली के तेल का दीपक जलाएं और वहां बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
2.इस दिन बजरंगबली को मीठे पान का बीड़ा अर्पित करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से भक्त को शीघ्र ही रोजगार मिलता है।
3.बड़ा मंगल के दिन बहते हुए जल में मसूर की दाल प्रवाहित करें।
4.बड़ा मंगल के दिन बजरंगबली की पूजा करें और उन्हें सिंदूर अर्पित करें।