कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) गुरुवार को मणिपुर की राजधानी इंफाल (Imphal the capital of Manipur) पुहंचे हैं। इसी बीच खबर है कि उनके काफिले को रोक लिया गया है। जानकारी के मुताबिक, इंफाल से कुछ दूरी पर विष्णुपुर जिले में कांग्रेस नेता के काफिले को रोका गया है। इलाके में अशांति का हवाला देकर पुलिस ने यह कदम उठाया है।
Manipur Violence : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) गुरुवार को मणिपुर की राजधानी इंफाल (Imphal the capital of Manipur) पुहंचे हैं। इसी बीच खबर है कि उनके काफिले को रोक लिया गया है। जानकारी के मुताबिक, इंफाल से कुछ दूरी पर विष्णुपुर जिले में कांग्रेस नेता के काफिले को रोका गया है। इलाके में अशांति का हवाला देकर पुलिस ने यह कदम उठाया है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल (Congress General Secretary KC Venugopal) ने बताया कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के काफिले को बिष्णुपुर के पास पुलिस ने रोक दिया है। पुलिस का कहना है कि वे हमें इजाजत देने की स्थिति में नहीं हैं। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का अभिवादन करने लिए लोग सड़क के दोनों ओर खड़े हैं। हम समझ नहीं पा रहे हैं कि उन्होंने हमें क्यों रोका है?
बता दें कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) आज और कल यानी 29-30 जून को मणिपुर में रहेंगे। इस दौरान वह राहत शिविरों का दौरा करेंगे। वे इंफाल और चुराचांदपुर में नागरिक समाज के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत करेंगे। वे राहत शिविरों का दौरा भी करेंगे।
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) का मणिपुर जाने का फैसला तब सामने आया है, जब हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री ने मणिपुर के हालात पर सर्वदलीय बैठक की थी। तीन मई के बाद से जातीय हिंसा में घिरे पूर्वोत्तर राज्य में कांग्रेस नेता की यह पहली यात्रा है। कांग्रेस ने राज्य की वर्तमान स्थिति के लिए भाजपा और उसकी ‘विभाजनकारी राजनीति’ को जिम्मेदार ठहराया है। इसके अलावा कांग्रेस ने मांग की है कि राज्य के मुख्यमंत्री को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए। वहां शांति बहाली के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को भेजा जाए।
डबल इंजन की सरकार ट्रिपल समस्या वाली बन चुकी है सरकार
वहीं, नगालैंड के AICC प्रभारी अजय कुमार (AICC in-charge of Nagaland Ajay Kumar) ने कहा कि केंद्र सरकार मणिपुर को खबरों से गायब कराने की कोशिश रही है। राहुल गांधी और कांग्रेस देश का ध्यान मणिपुर पर केंद्रीत कराने की कोशिश कर रही है। मणिपुर में 200 से अधिक लोगों की हत्या हुईं, 1000 से ऊपर घर जले, 700 से अधिक पूजा घर, गिरजाघर तोड़े गए। राज्य में कानून-व्यवस्था धवस्त हो चुकी है। यह डबल इंजन की सरकार ट्रिपल समस्या वाली सरकार बन चुकी है। राहुल गांधी पीड़ित लोगों से मिलेंगे। राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के दौरे से प्रधानमंत्री को सीख लेनी चाहिए, उनको कोई चिंता नहीं है।
मणिपुर हिंसा में चीन का हाथ ,लेकिन सरकार चीन का नाम लेने को तैयार नहीं: राउत
राहुल के दौरे पर उद्धव ठाकरे गुट के सांसद संजय राउत (MP Sanjay Raut) ने कहा कि मणिपुर जल रहा है और प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री हवा में बाते कर रहे हैं। हमें लगा था कि PM अमेरिका जाने से पहले मणिपुर जाएंगे और वहां की जनता से बातचीत करेंगे और गृह मंत्री ने भी बैठक बुलाई थी, लेकिन कोई हल नहीं निकला। हमारी मांग थी कि सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल आप मणिपुर ले जाए और जनता के साथ हम संवाद प्रस्ताव करें, लेकिन प्रधानमंत्री न और कोई इस बारे में बोल रहें। मणिपुर हिंसा (Manipur Violence) में चीन का हाथ है, लेकिन सरकार चीन का नाम लेने को तैयार नहीं है। अगर इस स्थिति में राहुल गांधी (Rahul Gandhi) णिपुर जाते हैं और वहां के लोगों से बातचीत करते हैं और शांति प्रस्तावित होती है तो हम उनके दौरे का स्वागत करते हैं