राजमा चावल खाने के शौंकीनों की कमी नहीं है। राजमा चावल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, विटामिन-सी, फोलेट और कॉपर जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए भी राजमा फायदेमंद होता हैं।
राजमा चावल खाने के शौंकीनों की कमी नहीं है। राजमा चावल सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसमें फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, कैल्शियम, विटामिन-सी, फोलेट और कॉपर जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। डायबिटीज के मरीजों के लिए भी राजमा फायदेमंद होता हैं। राजमा में घुलनशील फाइबर और कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है। इससे डायबिटीज कंट्रोल करने में मदद मिलती है। हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए राजमा फायदेमंद होता है। तो चलिए जानते है राजमा मसाला बनाने का तरीका।
राजमा मसाला बनाने के लिए सामग्री:
राजमा (किडनी बीन्स) – 1 कप (रातभर भीगे हुए)
पानी – 3-4 कप (उबालने के लिए)
नमक – स्वाद अनुसार
प्याज़ – 2 (बारीक कटा)
टमाटर – 2 (कद्दूकस किए हुए या प्यूरी)
अदरक-लहसुन पेस्ट – 1 चम्मच
हरी मिर्च – 1 (कटी हुई)
हल्दी – 1/2 चम्मच
लाल मिर्च पाउडर – 1/2 चम्मच
धनिया पाउडर – 1 चम्मच
गरम मसाला – 1/2 चम्मच
तेल / घी – 2-3 चम्मच
हरा धनिया – सजाने के लिए
राजमा मसाला बनाने का तरीका
1. राजमा उबालना:
भीगे हुए राजमा को प्रेशर कुकर में 3-4 कप पानी और थोड़ा नमक डालकर 4-5 सीटी आने तक पकाएं।
उबालने के बाद राजमा नरम होना चाहिए (आसानी से मसल जाए)।
2. मसाला तैयार करना:
कढ़ाही में तेल गरम करें।
जीरा (चाहें तो) चटकाएं, फिर प्याज़ डालें और सुनहरा होने तक भूनें।
अब अदरक-लहसुन पेस्ट और हरी मिर्च डालें, खुशबू आने तक भूनें।
फिर टमाटर की प्यूरी डालें और मसाले (हल्दी, लाल मिर्च, धनिया पाउडर) डालें।
तब तक पकाएं जब तक तेल अलग न होने लगे।
3. राजमा मिलाना:
उबला हुआ राजमा और थोड़ा उसका पानी मसाले में डालें।
10-15 मिनट धीमी आंच पर पकाएं ताकि राजमा में मसाले अच्छे से घुल जाएं।
अंत में गरम मसाला और हरा धनिया डालें।
4. परोसना:
गरमा-गरम राजमा मसाला को चावल (राजमा-चावल) या रोटी/पराठे के साथ परोसें।
ऊपर से थोड़ा घी या बटर डालना चाहो तो और भी मजेदार!