सूर्य को जीवन का आधार माना जाता है। ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार, सूर्य को आत्मा का कारक माना जाता है।
Meen Sankranti 2022: सूर्य को जीवन का आधार माना जाता है। ज्योतिष ग्रंथों के अनुसार, सूर्य को आत्मा का कारक माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, हर वर्ष सूर्य के गोचर के वजह से 12 संक्रांति में मनाई जाती हैं। सूर्य देव अपनी चाल चलते हुए 15, 2022 को मीन राशि में गोचर करेंगे। मीन राशि में सूर्य के गोचर करने के वजह से इस समयावधि को मीन संक्रांति कहा जाता है। मीन संक्रांति सूर्य के मीन राशि में संक्रमण करने के अवसर पर मनाई जाती है। इस संक्रांति के दिन दान पुण्य करने के लिए बहुत शुभ दिन माना जाता है। मीन संक्रांति से सूर्य की गति उत्तरायण की ओर बढ़ रही होती है। इस बार सूर्य भगवान मीन राशि में 14 व 15 मार्च की मध्यरात्रि 12:15 बजे प्रवेश करेंगे, जिसे मीन संक्रांति के रूप में मनाया जाएगा। इसके साथ ही मीन संक्रांति प्रारंभ हो जाएगी।
मीन संक्रांति पुण्य काल मुहूर्त
मीन संक्रान्ति मंगलवार, मार्च 15, 2022 को
1.मीना संक्रांति पर भक्तों को मुहूर्त के अनुसार पवित्र स्नान करना चाहिए।
2.स्नान करते समय भगवान सूर्य को नमस्कार करना चाहिए।
3.इस दिन घर में मंदिरों और मंदिरों को फूलों से सजाया जाता है और भगवान को अगरबत्ती, दीपक और मिठाई का भोग लगाया जाता है।
4.ब्राह्मणों और जरूरतमंद लोगों को दान दिया जाता है जिसमें अन्न दान , धन दान और वस्त्र दान शामिल हैं।