HBE Ads
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. मिशाल : चंदौली के इरफान यूपी माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट के बने टॉपर, साबित शिक्षा का नहीं होता है कोई धर्म

मिशाल : चंदौली के इरफान यूपी माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट के बने टॉपर, साबित शिक्षा का नहीं होता है कोई धर्म

शिक्षा को किसी भी धर्म के बंधन से नहीं बांधा जा सकता है। यह बात बुधवार को यूपी माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद रिलल्ट घोषित होते ही एक बार फिर साबित हो गई। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि चन्दौली निवासी इरफान ने मुस्लिम होते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद की इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रदेश में टॉप किया है। इरफान ने कुछ ऐसा कर दिखाया कि आज प्रदेश भर में उसकी काबिलियत की चर्चा हो रही है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

चंदौली। शिक्षा को किसी भी धर्म के बंधन से नहीं बांधा जा सकता है। यह बात बुधवार को यूपी माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद (UP Secondary Sanskrit Education Council) रिलल्ट घोषित होते ही एक बार फिर साबित हो गई। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि चन्दौली निवासी इरफान ने मुस्लिम होते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद (UP Secondary Sanskrit Education Council)  की इंटरमीडिएट परीक्षा में प्रदेश में टॉप किया है। इरफान ने कुछ ऐसा कर दिखाया कि आज प्रदेश भर में उसकी काबिलियत की चर्चा हो रही है।

पढ़ें :- नाबालिक लड़की को बहला फुसला कर भाग ले गया मनबड़ युवक,न्याय की गुहार

इरफान ने मदरसा से संस्कृत विद्यालय तक का सफर तय किया है। उन्होंने प्रदेश में टॉपर बनने का श्रेय अपने माता-पिता व गुरुजनों को दिया है। इरफान के पिता सलाउद्दीन ने बताया कि शुरू से ही मेधावी छात्र रहे। उनकी प्राथमिक शिक्षा एसबी पब्लिक स्कूल सकलडीहा से हुई जबकि माध्यमिक शिक्षा एलटी मॉडल स्कूल सकलडीहा से हुई। इरफान का समय के साथ संस्कृत के प्रति रुझान बढ़ता गया और संस्कृत विद्यालय में दाखिला ले लिया।

बेटे की जिद के आगे झुके पिता

पिता ने भी उसके रुझान को देखते हुए संस्कृत विद्यालय में दाखिला दिला दिए। इसको लेकर कई बार इरफान और पिता साल कई बार अपने समुदाय के लोगों का प्रतिरोध भी झेलना पड़ा, लेकिन बावजूद इसके इरफान का लक्ष्य से नहीं डिगे और संस्कृत भाषा से शिक्षा जारी रखी। प्रदेश में शीर्ष वरीयता के रूप में सामने आई। प्रदेश में टॉप करने वाले इरफान असारी बेगम और सलाउद्दीन की इकलौती संतान है जो कि सकलडीहा तहसील के दीनदासपुर के रहने वाले है।

विद्यालय प्रबंधक ने बताया कि इरफान प्रारम्भ से ही पढ़ने में मेधावी है। 3 मई को उत्तर प्रदेश संस्कृत शिक्षा परिषद लखनऊ बोर्ड की परीक्षा का परिणाम घोषित हुआ है। जिसमें संपूर्णानंद संस्कृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय प्रभुपुर चंदौली के छात्र द्वारा उत्तर मध्यमा द्वितीय वर्ष की परीक्षा में उत्तर प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने 82.72 % अंक प्राप्त कर प्रदेश में टॉप किया है।

पढ़ें :- बॉलीवुड के खिलाड़ी अक्षय कुमार से मिले पीएम मोदी, पूछा- कैसे हो भाई? साझा किया वीडियो

12वीं के टॉपर

इरफान (चंदौली)- 82.71 फीसदी

शिवदयाल (बलिया)- 80.57 फीसदी

विकाय यादव (प्रतापगढ़)- 80.35 फीसदी

जागृति राय (वाराणसी)- 80 फीसदी

पढ़ें :- वीर सावरकर एयरपोर्ट पर इंटरनेशनल उड़ानें शुरू, कुआलालंपुर से एयर एशिया की फ्लाइट की लैंडिंग

अजय कुमार (बलिया)- 79.78 फीसदी

10वीं में टॉपर

आदित्य (बलिया)- 92.50 फीसदी

अभिषेक पांडेय (अयोध्या)- 91.92 फीसदी

अंशुमान पांडेय (अयोध्या)- 91.71 फीसदी

आदित्यराज (मऊ)- 91.57 फीसदी

पढ़ें :- संविधान RSS-BJP के लिए खोखली होगी, लेकिन हमारे लिए ये इस देश का DNA है: राहुल गांधी

शिवकुमार गुप्ता (बलिया)- 90.71 फीसदी

Hindi News से जुड़े अन्य अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें फेसबुक, यूट्यूब और ट्विटर पर फॉलो करे...