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मोदी सरकार ने 10 सालों दलित, आदिवासी, बहुजन, अल्पसंख्यक और महिलाओं के साथ भारी नाइंसाफ़ी की: मल्लिकार्जुन खड़गे

कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को एक्स पोस्ट पर वीडियो शेयर कहा कि आज सामाजिक न्याय सम्मेलन में मेरे वक्तव्य के कुछ अंश इस प्रकार हैं। खड़गे ने कहा कि बीते एक दशक में दलित, आदिवासी, बहुजन, अल्पसंख्यक, और महिलाओं के साथ मोदी सरकार ने भारी नाइंसाफ़ी की है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बुधवार को एक्स पोस्ट पर वीडियो शेयर कहा कि आज सामाजिक न्याय सम्मेलन में मेरे वक्तव्य के कुछ अंश इस प्रकार हैं। खड़गे ने कहा कि बीते एक दशक में दलित, आदिवासी, बहुजन, अल्पसंख्यक, और महिलाओं के साथ मोदी सरकार ने भारी नाइंसाफ़ी की है।

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उन्होंने कहा कि जातिगत भेदभाव और अत्याचार बढ़ गए हैं। भारी बैकलॉग है। लेकिन, हर दूसरे दिन भाजपा नेता आरक्षण खत्म करने और संविधान को बदलने की धमकी दे रहे हैं, जो अंबेडकर, नेहरू, आजाद और अन्य भारत के निर्माताओं ने हमें दिया है। भाजपा भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है, विशेषकर SC,ST, OBC, महिलाओं और अल्पसंख्यकों के लिए।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी नई “हिस्सेदारी न्याय” की गारंटी सामाजिक व आर्थिक समानता की सोच का हिस्सा है। हम SC और ST के Component Plan को पुनर्जीवित करेंगे और जल-जंगल-जमीन के अधिकारों के सुरक्षा करेंगे। उन्होंने कहा कि हम जो वायदा करते हैं, वो पूरा करते हैं। इसका इतिहास रहा है UPA सरकार द्वारा लागू मनरेगा, RTE, RTI, Right To Food, वनाधिकार, रेहड़ी-पटरी वालों के अधिकार इसके ग़वाह हैं। पिछले 10 सालों में मोदी सरकार ने ऐसा एक भी काम नहीं किया।

खड़गे ने कहा कि पीएम मोदी की एकमात्र उपलब्धि चंद मित्रों को अमीर बनाना है। मोदी सरकार के नीतियों की वजह से असमानता की खाई और गहरी हो गई है। कमजोर तबकों की हालत इन 10 सालों में बद से बदतर हुई है। हमारे विचारों के केंद्र में गांधीजी और डॉ बाबासाहेब आंबेडकर का विजन रहा है।

गांधीजी ने कहा था कि मैं ऐसे भारत के निर्माण के लिए कोशिश करूंगा, जिसमें गरीब से गरीब आदमी भी महसूस करेंगा कि ये उनका देश है। इसमें उनकी आवाज का महत्व होगा। ऊंच नीच का भेद नहीं होगा। स्त्रियों को भी पुरुषों जैसे अधिकार हासिल होंगे। इस विज़न के साथ हमारे संविधान में समानता का अधिकार दिया गया है। अवसर की समानता से लेकर जीविका का अधिकार दिया गया है। SC, ST, OBC, अल्पसंख्यकों और दूसरे कमजोर तबकों को समान अवसर मिलें। महिलाओं को समान अवसर मिलें, गांव और शहर के बीच की खाई दूर हो, आर्थिक असमानता न हो, पिछड़े हुए क्षेत्र टापू की तरह न बन जाए, इन सारी बातों पर गौर करके हमने संविधान और योजनाएं बनाई थी। केवल यही नहीं, पंचायतो से लेकर संसद तक कमजोर तबकों के प्रतिनिधित्व को भी कांग्रेस के नेतृत्व में आगे बढाने का काम किया गया है।

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खड़गे ने कहा कि सामाजिक न्याय एक विस्तृत शब्द है। रातों रात समाज को बदला नहीं जा सकता। लेकिन समाज को बदलने के लिए गहरी सोच और कानूनी आधार भी होना चाहिए। हमारे नायकों ने दोनों काम किया। ये काम कभी हमारे एजेंडे से भटका नहीं है। राहुल गांधी जी के नेतृत्व में ‘भारत जोड़ो यात्रा और न्याय यात्रा’ देशभर में निकली थी, जिसके केन्द्र में सामाजिक न्याय था। इन यात्राओं ने बुनियादी मुद्दों को जनता के सामने रखा। ये बताने का काम किया कि न्याय के उन चार स्तंभों Justice, Liberty, Equality, Fraternity को मोदी सरकार कैसे तबाह कर रही है जो हमारे संविधान के Preamble में हैं।

खड़गे ने कहा कि जो संविधान को बदलने की बात करते हैं, उनके मन में SC, ST, OBC, Minorities, गरीबों और महिलाओं के प्रति कितनी इज्जत है आप समझ सकते हैं? जातिगत जनगणना की मांग दो साल से हो रही है लेकिन इस सवाल पर मोदीजी का मौन सामाजिक न्याय के साथ धोका नहीं तो और क्या है? हकीकत ये है कि RSS-BJP के मन में बराबरी की बात कभी नहीं रही है। ये बातें वह केवल भाषणों में करते है।

हकीकत में वे अपने अरबपति मित्रों को अमीर और जनता को गरीब बनाते हैं। चंद उद्योगपतियों को मालामाल करने के लिए वे जनता की संसाधन को बेचने में संकोच नहीं करते हैं। मोदी ने पिछड़े समुदायों को मूर्ख बनाने के लिए लगातार अपनी जाति का प्रचार किया है। सत्ता में आने के बाद से उन्होंने पिछड़े और दलितों के लिए कुछ नहीं किया है और उन्हें सिर्फ वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया हैं। यदि वे सत्ता में वापस आते हैं, तो एससी/एसटी, ओबीसी, महिलाओं और अल्पसंख्यकों के साथ अन्याय के अगले 5 साल होंगे। बाबासाहेब के संविधान को संरक्षित करने के लिए उन्हें सत्ता से बाहर करना जरूरी है।

कांग्रेस के साथ मोदी जी का कुछ विशेष प्रेम है। अपने हर भाषण में वे कांग्रेस का जिक्र जरूर करते हैं। क्योंकि उनको पता है कि उनके तख्तो ताज को कांग्रेस ही चुनौती दे रही है। कन्याकुमारी से कश्मीर तक हमारा संगठन है। खड़गे ने कहा कि अपने विचारों की ताकत पर कांग्रेस कायम है। और वो ताकत है सामाजिक न्याय की ताकत। एक असमतापूर्ण समाज की सोच वालों के खिलाफ हमारा संघर्ष मंजिल पर पहुंचने तक जारी रहेगा। और हमारी जीत जल्दी ही होने वाली है।

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