सेहत और स्वाद दोनों में बेहतरीन मूंग दाल के चमत्कारिक फायदे है। प्राचीन आयुर्वेद ग्रंथ में मूंग दाल की विशेषताओं के बारे में बताया गया है।
moong dal: सेहत और स्वाद दोनों में बेहतरीन मूंग दाल के चमत्कारिक फायदे है। प्राचीन आयुर्वेद ग्रंथ में मूंग दाल की विशेषताओं के बारे में बताया गया है। इस दाल की खिचड़ी और सूप को भी विशेष माना गया है और अंकुरित मूंग दाल को भी बेहद पौष्टिक बताया गया है। पेट दर्द में चिकित्सक मूंग दाल की खिचड़ी खाने की सलाह देते है। तड़का (छौंक) लगाकर बनाई गई मूंग की मसाले और रस से भरी दाल भोजन में स्वाद भर देती है। यह शरीर को हीट से बचाती है और हृदय को स्वस्थ रखती है। विशेषज्ञ इस दाल को चमत्कारी बताते हैं। भारत में पैदा हुई मूंग आज पूरी दुनिया में खाई जा रही है।
पोषक तत्वों से भरपूर
मूंग दाल पोषक तत्वों से भरपूर आहार है। यह पोटेशियम, मैग्नीशियम, लोहा और तांबे जैसे खनिजों से समृद्ध है। इसके अलावा इसमें फोलेट, फाइबर और विटामिन बी6 भी होता है। बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन से भरपूर, यह पीली दाल कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोज में तोड़ने में मदद करती है और आपके शरीर के लिए उपयोगी ऊर्जा का उत्पादन करती है।
खाद के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है
आयुर्वेद ग्रंथ में किए गए वर्णन में मूंग दाल की सबसे अधिक प्रशंसा की गई है। यह ऐसी दाल है जो ग्रेवी में तो शानदार लगती ही है, तो इसका बना चीला मुंह में पानी भर देता है। मूंग की दाल के पकोड़े व मूंग की दाल के हलवे के तो क्या कहने। यानी इस चमत्कारी दाल के उपयोग और भी हैं, जो पेट और मन को सुकून पहुंचाते हैं। इस दाल के पौधे को चारे के रूप में जानवर भी खाते हैं तो इन पौधों का खाद के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।