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मुरादाबाद:8 माह के बेटे को ससुरालियों ने किया माँ से दूर,न्याय के लिए दर दर भटक रही पीड़िता

By रूपक त्यागी 
Updated Date

उत्तर प्रदेश सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए मिशन शक्ति जैसी बिभिन्न योजनाये चला रही है, लेकिन सरकार के सख्त रुख के बाद भी महिलाओं का उत्पीड़न थमने का नाम नही ले रहा है,ताजा मामला मुरादाबाद के मझोला थाना क्षेत्र से जुड़ा है जहां पर एक महिला को ससुरालियों द्वारा घर से निकाल दिया गया साथ ही उसके 8 माह के बेटे को माँ से दूर कर दिया,पीड़िता 3 माह से अपने बच्चे से मिलने की कोशिश कर रही है लेकिन अभी तक पीड़िता को उसके बच्चे से नही मिलने दिया गया है, पीड़िता ने एस एस पी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है।

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दरअसल पूरा मामला मझोला थाना क्षेत्र के कांशीराम कॉलोनी से जुड़ा है,लगभग 2 बर्ष पूर्व ख्याति शर्मा की शादी कांशीराम निवासी सचिन शर्मा के साथ हुई थी,शादी के कुछ माह बाद से ही महिला को परेशान किया जाने लगा जरा जरा सी बात पर उसे मारा पीटा जाने लगा,पीड़िता लोक लाज के डर से सब कुछ सहती रही लेकिन हद तो तब हो गयी जब उसे मारपीट कर घर से निकाल दिया गया और उसके 8 माह के बच्चे को उस से दूर कर दिया गया,पीड़िता का पति सचिन उत्तर प्रदेश पुलिस में सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात है व बर्तमान में उसकी तैनाती बरेली में है,पीड़िता 3 दिन से अपनी ससुराल के बाहर बैठी है लेकिन किसी ने उस पर कोई ध्यान नही दिया,पीड़िता ने पुलिस से मदद लेनी चाही लेकिन पुलिस ने पक्षपात दिखाते हुए महिला को दुत्कार दिया।

एक तरफ प्रदेश सरकार महिला सशक्तिकरण की बात कर रही है वहीं दूसरी तरफ कानून के रक्षक ही नियमो का मज़ाक बनाते हुए नज़र आ रहे हैं इस मामले के सामने आने के बाद जहाँ उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं वहीं पुलिस के बड़े अधिकारी भी इस मामले में हाथ खड़े करते हुए नज़र आ रहे हैं,ऐसे में पीड़िता करे भी तो क्या करे।

युवती जनपद संम्भल के असमोली थाना क्षेत्र की रहने वाली है,युवती ने जानकारी देते हुए बताया कि उसकी शादी लगभग 2 बर्ष पूर्व सचिन शर्मा से हुई थी जो कि उत्तर प्रदेश पुलिस में दरोगा के पद पर तैनात है,शादी के कुछ माह बाद से ही उसे मारा पीटा जाने लगा,पीड़िता का एक बेटा भी है जिसकी उम्र महज 8 माह है, 8 माह के उस बच्चे को ससुरालियों ने माँ से दूर कर दिया,अगर न्यायालय की बात करें तो न्यायालय ने साफ तौर पर कहा है कि जब तक बच्चा 7 बर्ष का नही हो जाता उस पर उसकी माँ का ही हक़ माना जायेगा ऐसे में पुलिस के कुछ अधिकारी अपनी मनमानी करने से बाज नही आ रहे हैं।

पीड़िता का यह मामला मीडिया में आने के बाद हर कोई स्तब्ध है कि आखिर कोई कैसे इतना निर्दयी हो सकता है कि 8 माह के बच्चे को उसी की माँ से मिलने तक नही दिया जा रहा है,फिलहाल पीड़िता ने एस एस पी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है अब देखना यह होगा कि क्या पुलिस के ये बड़े अधिकारी इस महिला को उसके बच्चे से मिलवा पाते हैं या ये महिला यूं ही दर दर की ठोकरे खाती रहेगी।

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रिपोर्ट:- रूपक त्यागी

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