मुरादाबाद में रहने वाले नमन जैन, मुन्ना जैन, अर्पित मिश्रा और गोपाल मिश्रा कभी चड्ढा ग्रुप के लिए काम किया करते थे। कुछ समय पहले इनकी मुकाकात एक संघ प्रचारक से हुई, जिसके बाद ये भी संघ में पदाधिकारी बन गए। इसके बाद इन्होंने मुरादाबाद में विवादित जमीनों की खरीद-फरोख्त का काम शुरू कर दिए और चंद दिनों में सभी अरबपति हो गए।
मुरादाबाद। मुरादाबाद में संघ प्रचारक के संरक्षण में विवादित जमीनों की खरीद-फरोख्त करने वाले ठेकेदार चंद दिनों में अरबपति बन गए। हर विवादित जमीनों में अपना दखल देकर उसे कौड़ियों के दाम में खरीदकर करोड़ों में बेच देते हैं। इस पूरे मामले में उनको संघ प्रचारक का भी पूरा साथ मिलता है। हालांकि, संघ प्रचारक को इन दिनों उत्तराखंड में भेज दिया गया है।
दरअसल, मुरादाबाद में रहने वाले नमन जैन, मुन्ना जैन, अर्पित मिश्रा और गोपाल मिश्रा कभी चड्ढा ग्रुप के लिए काम किया करते थे। कुछ समय पहले इनकी मुकाकात एक संघ प्रचारक से हुई, जिसके बाद ये भी संघ में पदाधिकारी बन गए। इसके बाद इन्होंने मुरादाबाद में विवादित जमीनों की खरीद-फरोख्त का काम शुरू कर दिए और चंद दिनों में सभी अरबपति हो गए। जमीनों की खरीद-फरोख्त के दौरान ये सभी अपनी रसूख और सरकार में ऊंची पहुंच का भी हवाला देते हैं। विरोध करने वालों को ये जमकर धमाकते भी हैं। संघ में पदाधिकारी होने के कारण अधिकारी इन पर कार्रवाई करने से बच रहे हैं।
कौड़ियों में खरीदते हैं विवादित जमीन
नमन जैन, मुन्ना जैन, अर्पित मिश्रा और गोपाल मिश्रा संघ प्रचारक की मिलीभगत से मुरादाबाद में विवादित जमीनों की खरीद-फरोख्त का काम शुरू किए थे। लोगों को डरा-धमका कर ये सभी उन जमीनों को कौड़ियों के दाम में खरीद लेते थे, जिसके बाद अपनी रसूख का इस्तेमाल कर इन जमीनों को करोड़ों में बेंच देते हैं।
पीली कोठी और अमरोहा गेट के पास खरीदीं जमीने व दुकानें
संघ प्रचारक की मिलीभगत से नमन जैन, मुन्ना जैन, अर्पित मिश्रा और गोपाल मिश्रा का कारोबार खूब फल-फूल रहा है। इन्होंने पिछले कुछ दिनों में पीली कोठी और महराजा होटल के आसपास की कई विवादित जमीनों की खरीद-फरोख्त कौड़ियों के दाम में की है। यही नहीं, अमरोहा गेट के पास 50 साल पुरानी किराए के दुकानों पर भी इन्होंने अपना कब्जा जमा लिया। दुकानदारों ने इसका विरोध किया तो उन्हें अपनी रसूख का इस्तेमाल कर डरा-धमकार शांत करा दिए।
चंद दिनों में बने अरबों के मालिक
नमन जैन, मुन्ना जैन, अर्पित मिश्रा और गोपाल मिश्रा कभी चड्ढा ग्रुप के लिए काम किया करते थे। लेकिन अब विवादित जमीनों का काम करके अरबों के मालिक बन गए हैं। सूत्रों ने बताया कि, मुरादाबाद में इन्होंने कई बेश्कीमती जमीनों पर भी अपना कब्जा बनाया है। विवादित जमीनों से कमाए हुए रुपयों को अब ये दूसरे राज्यों में भी लगा रहे हैं। इनके खिलाफ काफी दिनों पहले अशोक सिंघल की पुत्रवधु ने शिकायत की थी लेकिन इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
रसूख का इस्तेमाल कर पीड़ितों को हैं धमकाते
ये सभी खुद को संघ का पदाधिकारी और सरकार में पहुंच होने का दावा कर पीड़ितों को धमकाते हैं। संघ में पदाधिकारी होने के कारण अधिकारी इन पर कार्रवाई करने से बच रहे हैं।। पीड़ितों जब कहीं शिकायत करते हैं तो ये अपनी रसूख का इस्तेमाल कर उन सभी मामले को ठंडे बस्ते में डलवा देते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि, ऐसे भू माफियाओं को संघ में कैसे एंट्री मिली और किसका संरक्षण इन्हें मिल रहा है।