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Mp News : 65 करोड़ रुपये की लागत से बना ओरछा जामनी पुल, 6 घंटे की बारिश भी नहीं झेल सका, 5 महीने पहले गडकरी ने किया था उद्घाटन

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दो और पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए है। निवाड़ी जिले (Niwari District) में करोड़ों रुपये की लागत से बने ओरछा जामनी नदी (Orchha Jamni River)  के दो पुल 6 घंटे की बारिश भी नहीं झेल सके। बारिश के बीच पुलों में मोटी-मोटी दरारें आ गई हैं। उनका डामर रोड भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इन दरारों की सूचना के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है।

By संतोष सिंह 
Updated Date

निवाड़ी। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के दो और पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए है। निवाड़ी जिले (Niwari District) में करोड़ों रुपये की लागत से बने ओरछा जामनी नदी (Orchha Jamni River)  के दो पुल 6 घंटे की बारिश भी नहीं झेल सके। बारिश के बीच पुलों में मोटी-मोटी दरारें आ गई हैं। उनका डामर रोड भी क्षतिग्रस्त हो गया है। इन दरारों की सूचना के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं। उन्होंने बैरिकेट लगाकर ट्रैफिक डायवर्ट कर दिया। यह दोनों वही पुल हैं, जिनका पांच महीने पहले केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी (Union Minister Nitin Gadkari) ने उद्घाटन किया था।

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इन पुलों पर आई दरारों से स्थानीय लोगों की उम्मीदों को भी तगड़ा झटका है। क्योंकि, यह पहली बार था जब बारिश में यहां से आवाजाही की लोगों के अंदर उम्मीद जगी थी। इस पुल के बनने से पहले बारिश में यहां से लोगों की आवाजाही बंद रहती थी। इस मामले को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि पुलों के दोनों तरफ पानी का जलभराव हो गया है। इसे बनाने वाली कंपनी ने पानी की निकासी के लिए कोई जगह नहीं दी है। इस वजह से पुलों में दरारें आ गई हैं। बता दें, ओरछा जामनी पुल 65 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए थे।

वर्षों से थी पुल बनाने की मांग
गौरतलब है कि ओरछा जामनी नदी (Orchha Jamni River) पर पुल बनाने की मांग लोग वर्षों से कर रहे थे। क्योंकि, उन्हें आवाजाही के लिए उन्हें इसकी जरूरत थी। इन पुलों के अभाव में लोगों को घूम कर दूसरी ओर जाना पड़ता था। इस वजह से उन्हें परेशानी होती थी। कई बार लोग कच्ची-पक्की सड़कों पर हादसों का शिकार होते भी बचे थे। स्थानीय लोगों ने बताया कि सैकड़ों लोग इस तरफ से उस तरफ जाते रहते हैं।

सफर में बना रहता था डर
कई लोगों को काम के सिलसिले में जाना पड़ता है, तो कई लोगों की रिश्तेदारियां हैं। ऐसे में पुल के न होने से बड़ी परेशानी होती थी। उस वक्त तो हर समय डर बना रहता था, जब बाइक पर महिला या कोई बच्चा सफर करते थे। लोगों ने बताया इन सब परेशानियों की वजह से नेताओं और अधिकारियों से इन पुलों के निर्माण की मांग कर रहे थे।

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