भोपाल से बीटेक की पढ़ाई कर रहे निशांक राठौर की लाश रेलवे ट्रैक पर मिलने का मामला बेहद रहस्यमय होता जा रहा है। नर्मदापुरम जिले के रहने वाले छात्र की रविवार को रायसेन के बरखेड़ा इलाके में रेलवे ट्रैक पर मिली थी। हैरानी की बात है कि घटना के दिन ही मृतक के मोबाइल से ही उसके पिता को वॉट्सऐप मैसेज भेजे गए थे।
भोपाल । भोपाल से बीटेक की पढ़ाई कर रहे निशांक राठौर की लाश रेलवे ट्रैक पर मिलने का मामला बेहद रहस्यमय होता जा रहा है। नर्मदापुरम जिले के रहने वाले छात्र की रविवार को रायसेन के बरखेड़ा इलाके में रेलवे ट्रैक पर मिली थी। हैरानी की बात है कि घटना के दिन ही मृतक के मोबाइल से ही उसके पिता को वॉट्सऐप मैसेज भेजे गए थे। बता दें कि निशांक राठौर का परिवार रविवार दोपहर 3 बजे से ही अपने बेटे के लापता होने से परेशान था। परिजनों के परेशान होने की वजह थी कि निशांक की इंस्टाग्राम स्टोरी और फेसबुक पर डली हुई पोस्ट थी।
बता दें कि निशांक के इंस्टाग्राम फोटो पर लिखा हुआ था- गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सिर तन से जुदा…। इसके साथ ही लिखा था, सारे हिंदू कायरों देख लो, अगर नबी के बारे में गलत बोलोगे तो यही हश्र होगा…। घरवाले बेटे की इस पोस्ट से परेशान होकर लगातार युवक से संपर्क करने की कोशिश करते रहे। फोन पर रिंग जा रही थी और कट रहा था। इसके बाद पिता ने बेटे को मैसेज में लिखा, फोन क्यों नहीं उठा रहा है?
इसके बाद शाम को तकरीबन 6 बजे युवक के पिता उमा शंकर राठौर को एक वॉट्सऐप मैसेज मिला, जिसमें लिखा था- राठौर साहब, श्आपका बेटा बहुत बहादुर था। इसके अलावा लिखा था- श्गुस्ताख-ए-नबी की एक ही सजा, सिर तन से जुदा । जिसके चलते परिवार ने रात में ही भोपाल पहुंचकर बेटे की गुमशुदगी भी दर्ज कराई। पुलिस लापता छात्र की तलाश में जुटी थी । एक सीसीटीवी फुटेज में दिखा कि निशांक अकेले ही मंडीदीप (रायसेन जिला) की ओर जा रहा है ।
इसी दौरान, पुलिस को शाम करीब 6ः10 बजे पर बरखेड़ा रेलवे ट्रैक पर एक युवक के ट्रेन से कटने की सूचना मिली । जिसकी शिनाख्त लापता निशांक के तौर पर हुई। इसके बाद परिजनों को जानकारी दी गई और भोपाल एम्स में मृतक का पोस्टमार्टम करवाया गया । मृतक के परिजन उसका शव लेकर सिवनी मालवा (नर्मदापुरम जिला) रवाना हो गए है।
निशांक के पिता उमा शंकर राठौर का कहना है, मेरे बेटा इतना बिंदास और मस्त मौला था कि वह सुसाइड कर ही नहीं सकता है। मुझे वह अपने मोबाइल से भी ऐसी पोस्ट नहीं कर सकता। यही नहीं, इंस्टाग्राम पर भी वह इस तरह की गतिविधियों में लिप्त नहीं था और न ही हिंदूवादी विचारधारा का था। पुलिस ने डेड बॉडी का पोस्टमार्टम करने के लिए उसे भोपाल एम्स भेजा, और पिता की शिकायत के बाद हत्या होने के शक में जांच शुरू कर दी। पिता का कहना है कि निशांक इस तरीके के मैसेज उन्हें नहीं भेज सकता था, वो ऐसी गतिविधियों में संलिप्त नहीं था. निशांक की हत्या हुई है । उन्ही कातिलों ने मैसेज भेजे हैं।
उन्होंने पुलिस से मांग की है कि जांच हो और सही स्थिति सामने लाई जाए। वहीं, इस पूरे मामले में भोपाल । ACP सचिन अतुलकर (ACP Sachin Atulkar) का कहना है कि मामले की जांच जारी हैै। पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार हैै। जिससे पता चल सकेगा कि यह हत्या है या आत्महत्या? फिलहाल, तीन जिलों भोपाल, नर्मदापुरम और रायसेन जिले की पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।