तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) सिबी जॉर्ज से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान दोनों ने यूरोप के साथ संबंधों को मज़बूत करने पर बात कही। सांसद ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि जापान में एक सफल कार्यकाल पूरा करने के बाद लौट विदेश मंत्रालय में नवनियुक्त सचिव (पश्चिम) सिबी जॉर्ज से शिष्टाचार भेंट की है।
नई दिल्ली। तिरुवनंतपुरम से कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Congress MP Shashi Tharoor) ने विदेश मंत्रालय में सचिव (पश्चिम) सिबी जॉर्ज (sibi george) से शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान दोनों ने यूरोप के साथ संबंधों को मज़बूत करने पर बात कही। सांसद ने एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए लिखा कि जापान (Japan) में एक सफल कार्यकाल पूरा करने के बाद लौट विदेश मंत्रालय (Ministry of External Affairs) में नवनियुक्त सचिव (पश्चिम) सिबी जॉर्ज से शिष्टाचार भेंट की है। भेंट के दौरान वैश्विक अनिश्चितताओं (global uncertainties) के बीच यूरोप के साथ हमारे संबंधों को मज़बूत करने की आवश्यकता पर बात की है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार भारत और यूरोपीय संघ (European Union) के बीच संबंध लोकतंत्र, कानून का शासन, नियम-आधारित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था और बहुपक्षवाद (Rules-Based International Order and Multilateralism) जैसे साझा मूल्यों और सिद्धांतों पर आधारित हैं। ये संबंध बहुआयामी हैं और व्यापार, निवेश, जलवायु परिवर्तन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, डिजिटल, कनेक्टिविटी और कृषि सहित विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला को कवर करते हैं। भारत-यूरोपीय संघ के द्विपक्षीय संबंध 1960 के दशक के शुरुआती वर्षों से हैं, जिसमें भारत 1962 में यूरोपीय आर्थिक समुदाय (economic community) के साथ राजनयिक संबंध स्थापित करने वाले पहले देशों में से एक था। 1993 में हस्ताक्षरित संयुक्त राजनीतिक वक्तव्य (joint political statement) और 1994 में हस्ताक्षरित सहयोग समझौते ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने का मार्ग प्रशस्त किया। जून 2024 में यूरोपीय संसदीय चुनावों के बाद प्रधानमंत्री मोदी और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने नवंबर 2024 में जी20 रियो शिखर सम्मेलन के दौरान संक्षिप्त मुलाकात की। प्रधानमंत्री ने जनवरी 2025 में यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष एंटोनियो कोस्टा के साथ टेलीफोन पर बात की। नेताओं के बीच नियमित रूप से उच्च स्तरीय बातचीत होती है।