समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के निधन के बाद यह परिवार एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हर कोई उनकी पहली पत्नी और पूरे परिवार के बारे में जानना चाहता है। क्या आप जानते हैं कि मुलायम सिंह पर 'मैं मुलायम सिंह यादव' (Main Mulayam Singh Yadav) फिल्म भी बनी है।
लखनऊ। समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संरक्षक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) की दूसरी पत्नी साधना गुप्ता के निधन के बाद यह परिवार एक बार फिर सुर्खियों में हैं। हर कोई उनकी पहली पत्नी और पूरे परिवार के बारे में जानना चाहता है। क्या आप जानते हैं कि मुलायम सिंह पर ‘मैं मुलायम सिंह यादव’ (Main Mulayam Singh Yadav) फिल्म भी बनी है। इसमें मुलायम को न सिर्फ कुश्ती के अखाड़े से राजनीतिक दंगल का खिलाड़ी बनते दिखाया गया है, बल्कि उनके पूरे परिवार से भी रूबरू कराया गया है। आज हम आपको मुलायम पर बनी इस फिल्म की कहानी के बारे में बता रहे हैं। इसके साथ ही, यह भी बता रहे हैं कि यह फिल्म उनकी जिंदगी के कितनी करीब है।
‘धरतीपुत्र’, को मोदी लहर भी नहीं डिगा सकी
बता दें कि समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव देश के उन चुनिंदा नेताओं में से हैं, जिन्होंने करीब 6 दशक से देश की राजनीति को न सिर्फ जिया है, बल्कि उस पर अपनी ‘धरतीपुत्र’ छवि का ठप्पा भी लगाया है। 80 वर्ष पूरे कर चुके मुलायम सिंह यादव करीब 6 दशक से राजनीतिक जीवन में सक्रिय हैं। 1960 में राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने के वाले मुलायम सिंह यादव देश के उन चुनिंदा नेताओं में से एक हैं, जो अपने राजनीतिक जीवन में किंग मेकर से लेकर किंग तक की भूमिका में रहे। चाहे वह केंद्र की सत्ता हो या उत्तर प्रदेश की, हर जगह मुलायम ने अपना लोहा मनवाया।
1967 में पहली बार जीतकर पहुंचे यूपी विधानसभा
22 नवंबर 1939 को मुलायम सिंह एक साधारण परिवार में जन्मे। उन्होंने अपने शैक्षणिक जीवन में B.A, B.T और राजनीति शास्त्र में M.A की डिग्री हासिल की है। उनकी पूरी पढ़ाई केके कॉलेज इटावा, एक.के कॉलेज शिकोहाबाद और बीआर कॉलेज आगरा यूनिवर्सिटी से पूरी हुई। मालती देवी से शादी के बाद साल 1973 में मुलायम सिंह के घर उनके बेटे अखिलेश यादव ने जन्म लिया। लेकिन तब तक वह राजनीति की दुनिया में अपने कदम जोरदार तरीके से जमा चुके थे।
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जमाने में 1960 में मुलायम सिंह यादव ने राजनीति की शुरुआत की थी और 1967 के चुनाव में वह पहली बार विधायक बन चुके थे। राजनीति में कूदने के लिए उन्हें प्रेरित करने वाली शख्सियत का नाम राम मनोहर लोहिया था। इसके बाद तो उन्होंने लोकसभा से लेकर यूपी विधानसभा में अपनी गहरी छाप छोड़ी। राजनीति में मुलायम के कद का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि 2014 की मोदी लहर में जब कई सियासी दिग्गज हार का मुंह देख रहे थे, मुलायम सिंह यादव ने अकेले दो सीटों मैनपुरी और आजमगढ़ से जीत दर्ज की। बाद में उन्होंने मैनपुरी सीट अपने ही परिवार के तेज प्रताप यादव के लिए छोड़ दी और आजमगढ़ से सांसद रहे।
अमित सेठी ने निभाई है मुलायम सिंह की भूमिका
सुवेंदु घोष के निर्देशन में बनी इस फिल्म में अमित सेठी ने मुलायम सिंह यादव की भूमिका निभाई है। वहीं अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह ने मुलायम के भाई शिवपाल सिंह यादव का किरदार निभाया है। प्रेरणा सिंह, मुलायम सिंह यादव की पत्नी के रूप में नजर आई हैं। प्रकाश बलबेटो ने राम मनोहर लोहिया की भूमिका निभाई है और गोविंद नामदेव चौधरी ने चरण सिंह का किरदार अदा किया था। जरीना वहाब और अनुपम श्याम ने क्रमश: मुलायम की मां और पिता का रोल निभाया है।