नवरात्रि में यदि नारियल से कलश की स्थापना की जाए तो इससे घर के सभी सदस्यों की शुभ कृपा प्राप्त होती है। सनातन धर्म में नारियल का प्रयोग पूजा पाठ में मुख्य रूप से करते हैं।
Nariyal in Devi Lakshmi : नवरात्रि (Navratri) में यदि नारियल से कलश की स्थापना की जाए तो इससे घर के सभी सदस्यों की शुभ कृपा प्राप्त होती है। सनातन धर्म में नारियल का प्रयोग पूजा पाठ में मुख्य रूप से करते हैं। ऐसा माना जाता है कि नारियल को देवी लक्ष्मी (devi lakshmi) का रूप माना जाता है। इसे श्रीफल (Shreephal) के नाम से भी जानते हैं। हिन्दू धर्म में नारियल को बहुत शुभ माना जाता है। नवरात्रि में यदि नारियल से कलश की स्थापना की जाए तो इससे घर के सभी सदस्यों की शुभ कृपा प्राप्त होती है।
नारियल को गुरु बृहस्पति का कारक माना गया है और इसे पूजा में शामिल करने और कलश स्थापना (Kalash Sthapana) को शुभ मुहूर्त में करने से गुरु बृहस्पति की पूर्ण कृपा हम पर बनी रहती है। बृहस्पति को समृद्धि का ग्रह माना जाता है और इन्हें प्रसन्न करने से घर में समृद्धि बनी रहती है। स्थापना के समय कलश में नारियल रखा जाए तो जीवन में गुरु की कृपा बनी रहती है और सुख.समृद्धि आती है।
1.नवरात्रि में मां दुर्गा के चरणों में नारियल के चारों तरफ रक्षा सूत्र बांधकर मां दुर्गा के चरणों में चढ़ाकर उसे प्रसाद के रूप में बांट दीजिए।
2.इस पूजा में नारियल को गोद में लेकर बैठें। फिर मां दुर्गा के मंत्रों का 108 बार जाप करें. इससे बहुत लाभ मिलेगा। इस दौरान देवी से ग्रह शांति की प्रार्थना करें।
3.जिन लोगों को संतान सुख की प्राप्ति नहीं हुई है उन्हें, देवी दुर्गा को नारियल एक साथ अर्पित करके प्रार्थना करनी चाहिए। इससे संतान सुख प्राप्त होगा।