देवरिया हत्याकांड (Deoria Murder Case) के मुख्य आरोपी नवनाथ मिश्रा (Navnath Mishra) को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। देवरिया स्थित रुद्रपुर क्षेत्र के फतेहपुर के लेड़हा टोला में दो अक्तूबर को हुए सामूहिक हत्याकांड में सत्यप्रकाश दूबे, सलोनी और गांधी को गोली मारने वाले प्रेम यादव (Prem Yadav) के ड्राइवर नवनाथ मिश्रा (Navnath Mishra) को पुलिस ने राइफल सहित गिरफ्तार कर लिया है।
देवरिया । देवरिया हत्याकांड (Deoria Murder Case) के मुख्य आरोपी नवनाथ मिश्रा (Navnath Mishra) को पुलिस ने रविवार को गिरफ्तार कर लिया। देवरिया स्थित रुद्रपुर क्षेत्र के फतेहपुर के लेड़हा टोला में दो अक्तूबर को हुए सामूहिक हत्याकांड में सत्यप्रकाश दूबे, सलोनी और गांधी को गोली मारने वाले प्रेम यादव (Prem Yadav) के ड्राइवर नवनाथ मिश्रा (Navnath Mishra) को पुलिस ने राइफल सहित गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि इस मामले में यह 21वीं गिरफ्तारी है। एसपी संकल्प शर्मा (SP Sankalp Sharma) ने रविवार को बताया कि दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। अभी कुछ अन्य आरोपी इस घटना में शामिल हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
जानें क्या है पूरा मामला?
बता दें कि देवरिया जिले (Deoria District) में रुद्रपुर कोतवाली (Rudrapur Kotwali) क्षेत्र के फतेहपुर गांव में सोमवार को सुबह छह बजे जमीन के विवाद में एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य की धारदार हथियार से काटकर हत्या कर दी गई। इससे गुस्साएं पूर्व जिला पंचायत सदस्य के पक्ष के लोग दूसरे पक्ष के घर में घुसकर पति, पत्नी और उसके तीन संतानों को गोली मारकर और धारदार हथियार से प्रहार कर हत्या कर दी, जबकि एक बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया है।
आरोपियों की तलाश में ताबड़तोड़ छापे, स्कूली बच्चे परिवार के साथ घरों में कैद
फतेहपुर गांव के लेड़हा टोला में सामूहिक हत्याकांड के आरोपियों की तलाश में पुलिस कई स्थानों पर ताबड़तोड़ छापे मार रही है। पुलिस की कार्रवाई से आरोपियों के सगे-संबंधी भी सहमे हुए हैं। गांव के चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा है। गांव में हर आने-जाने वाले का रिकॉर्ड पुलिस तैयार कर रही है। वहीं, पुलिस की पहरेदारी से गांव में अन्य ग्रामीणों की रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित होने लगी है। बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे हैं। गांव के हर मोड़ पर पुलिस के पहरे और आरोपियों के मकानों पर बुलडोजर चलने की कार्रवाई की आशंका से ग्रामीण सहमे हैं। वह किसी बवाल की आशंका को देखते हुए पाल्यों को घरों से बाहर निकलने नहीं दे रहे हैं। गांव में स्कूल बस भी नहीं पहुंच रही है।