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न पंच बदले, न मंच बदला, किसानों-मजदूरों ने हकों के लिए संघर्ष किया : राकेश टिकैत

तीनों कृषि कानूनों (all three agricultural laws) की वापसी के बाद भी किसान दिल्ली बॉर्डर पर जमे हुए हैं। किसान एमएसपी पर कानून (Law on MSP) बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक एमएसपी पर कानून (Law on MSP) नहीं बनेगा तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।

By शिव मौर्या 
Updated Date

नई दिल्ली। तीनों कृषि कानूनों (all three agricultural laws) की वापसी के बाद भी किसान दिल्ली बॉर्डर पर जमे हुए हैं। किसान एमएसपी पर कानून (Law on MSP) बनाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक एमएसपी पर कानून (Law on MSP) नहीं बनेगा तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा।

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इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने सोशल मीडिया के जरिए स्पष्ट कर दिया कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी लेकिन तब तक वो संघर्ष करते रहेंगे। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि, ‘न पंच बदले, न मंच बदला। किसानों-मजदूरों ने हकों के लिए संघर्ष किया। हुक्मरानों ने सुना। स्वस्थ लोकतंत्र में ग्रामीण सर्वोदय का सपना ऐसे ही पूरा होगा। इसके लिए संघर्ष जारी रहेगा’।

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गौरतलब है कि बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान किया था। इसके बाद शीतकालीन सत्र में इस कानून को निरस्त कर दिया गया। वहीं, अब किसानों की मांग है कि सरकार जब तक एमएसपी पर कानून नहीं बनाती वो वापस नहीं जाएंगे।

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