लोकसभा में बुधवार के विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा जारी है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने विपक्ष पर मणिपुर हिंसा पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया।
No-Confidence Motion: लोकसभा में बुधवार के विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा जारी है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने विपक्ष पर मणिपुर हिंसा पर चर्चा से भागने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, हम मणिपुर पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं लेकिन विपक्षी चर्चा नहीं चाहता है। उन्हें बस विरोध करना है।
लोकसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, मैं पहले दिन से ही मणिपुर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार था लेकिन विपक्ष कभी चर्चा नहीं करना चाहता था। विपक्ष नहीं चाहता कि मैं बोलूं लेकिन वे मुझे चुप नहीं करा सकते। 130 करोड़ लोगों ने हमें चुना है इसलिए उन्हें हमारी बात सुननी होगी। हमारी सरकार के पिछले 6 वर्षों के दौरान कर्फ्यू की आवश्यकता कभी नहीं पड़ी।
राहुल गांधी पर अमित शाह का हमला
अमित शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस सदन में एक सदस्य ऐसा भी है, जो 13 बार राजनीति में उतर चुका है। यह सदस्य सभी 13 बार असफल रहा। मैंने एक लॉन्चिंग देखी है जब वह बुन्देलखण्ड की कलावती नाम की एक गरीब महिला से मिलने गये थे, लेकिन आपने उसके लिए क्या किया? उन्हें घर, राशन, बिजली मोदी सरकार ने मुहैया कराई।
राहुल गांधी की मणिपुर यात्रा पर साधा निशाना
अमित शाह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका मणिपुर जाना अच्छा था। सभी की संवेदनाएं थीं, लेकिन उनका दौरा पूरी तरह से राजनीतिक था। मणिपुर हिंसा अब नियंत्रण में है, लेकिन लोगों को आग में घी नहीं डालना चाहिए। राहुल गांधी की यात्रा के दौरान उन्होंने सड़क मार्ग से चुराचांदपुर जाने पर जोर दिया, जबकि हमने उनके लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की थी। देश ने सारा ड्रामा टीवी पर देखा। अगले दिन वह हेलीकॉप्टर का उपयोग करने गए, लेकिन वह पहले ऐसा नहीं कर सके, क्योंकि वह अपना विरोध प्रदर्शित करना चाहते थे। संकट के समय इस तरह की राजनीति नहीं की जानी चाहिए।
सीएम मदद कर रहे हैं
इस दौरान उन्होंने मणिपुर के सीएम को लेकर भी जवाब दिया। उन्होंने कहा कि, सीएम तब बदलना पड़ता है जो मदद न करे। सीएम मदद कर रहे हैं। अमित शाह ने कहा, चर्चा को लेकर प्रधानमंत्री विचार भी करते हैं, लेकिन जब गृह मंत्री को ही बोलने नहीं दोगे तो वो क्या करेंगे। आप चर्चा ही नहीं करना चाहते, सिर्फ आरोप लगाना चाहते हैं। हमारा अपरोच ‘होता है’ का नहीं है। छह साल से मणिपुर में बीजेपी की सरकार है, लेकिन वहां कर्फ्यू नहीं लगा।