जापान पर अमेरिकी परमाणु बम हमले में जीवित बचे और इस वर्ष का नोबेल शांति पुरस्कार जीतने वाले संगठन के प्रतिनिधि तेरुमी तनाका (Terumi Tanaka) ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से परमाणु धमकी देना बंद करने का आह्वान किया है।
परमाणु बम पीड़ितों का समूह निहोन हिदानक्यो (Nihon Hidankyo, a group of atomic bomb victims) हिरोशिमा और नागासाकी पर हुए बम विस्फोटों के 80 वर्ष बाद फिर से खतरे के रूप में उभर रहे परमाणु हथियारों के खिलाफ पैरवी करता है। निहोन हिदानक्यो, हिरोशिमा और नागासाकी के बचे हुए लोगों, जिन्हें “हिबाकुशा” (“Hibakusha”) के नाम से जाना जाता है, के साक्ष्यों के आधार पर, ग्रह को सामूहिक विनाश के हथियारों से मुक्त (free from weapons of mass destruction) करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं।
संवाददाता सम्मेलन में एक संवाददाता द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या उनके पास पुतिन के लिए कोई संदेश है, तनाका ने कहा कि रूसी नेता बार-बार परमाणु हमले की धमकी देते हैं लेकिन उन्हें यह समझना चाहिए कि परमाणु हथियारों का उपयोग कितना विनाशकारी होगा। उन्होंने कहा कि पुतिन को उनके संगठन का संदेश है कि परमाणु हथियार ऐसी चीजें हैं जिनका कभी भी इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि यह बात रूसी नेता को सीधे तौर पर भी बताई गई है।