देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को दिल्ली में 'निर्बाध ऋण प्रवाह और आर्थिक विकास के लिए तालमेल बनाने' पर सम्मेलन को संबोधित करते कहा कि आप स्वीकृति देने वाले हैं और सामने वाला आवेदक। आप दाता हैं और सामने वाला याचक।इस भावना को छोड़कर अब बैंकों को पार्टनरशिप का मॉडल अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि आज भारत के बैंकों की ताकत इतनी बढ़ चुकी है कि वह देश की इकॉनॉमी को नई ऊर्जा देने में, एक तेज़ी से आगे में, भारत को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं।
नई दिल्ली। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुरुवार को दिल्ली में ‘निर्बाध ऋण प्रवाह और आर्थिक विकास के लिए तालमेल बनाने’ पर सम्मेलन को संबोधित करते कहा कि आप स्वीकृति देने वाले हैं और सामने वाला आवेदक। आप दाता हैं और सामने वाला याचक।
Speaking at a symposium to ‘Build Synergy for Seamless Credit Flow and Economic Growth.’ https://t.co/yO3gKO5awV
— Narendra Modi (@narendramodi) November 18, 2021
इस भावना को छोड़कर अब बैंकों को पार्टनरशिप का मॉडल (Partnership Model) अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि आज भारत के बैंकों की ताकत इतनी बढ़ चुकी है कि वह देश की इकॉनॉमी को नई ऊर्जा देने में, एक तेज़ी से आगे में, भारत को आत्मनिर्भर बनाने में बहुत बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। मैं इस चरण को भारत के बैंकिंग सेक्टर (Banking Sector) का एक बड़ा माइलस्टोन मानता हूं।
उन्होंने कहा कि हम IBC जैसे रिफॉर्म्स लाए, अनेक क़ानूनों में सुधार किए, ऋण वसूली न्यायाधिकरण (Debt Recovery Tribunal) को सशक्त किया। कोरोना काल में देश में एक समर्पित स्ट्रेस्ड एसेट मैनेजमेंट वर्टिकल का गठन भी किया गया। पीएम मोदी (PM Modi) कहा कि हमारी सरकार ने बीते 6-7 वर्षों में बैंकिंग सेक्टर में जो सुधार किए, बैंकिंग सेक्टर का हर तरह से सपोर्ट किया, उस वजह से आज देश का बैंकिंग सेक्टर बहुत मज़बूत स्थिति में है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज कॉर्पोरेट्स और स्टार्ट-अप जिस स्केल पर आगे आ रहे हैं, वो अभूतपूर्व है। ऐसे में भारत की आकांक्षाओं को मज़बूत करने का, फंड करने का, उनमें इन्वेस्ट करने का इससे बेहतरीन समय क्या हो सकता है।
उन्होंने कहा कि बीते कुछ समय में देश में जो बड़े-बड़े परिवर्तन हुए हैं, जो योजनाएं लागू हुई हैं, उनसे जो देश में डेटा का बड़ा पूल क्रिएट हुआ है, उनका लाभ बैंकिंग सेक्टर को जरूर उठाना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि आप सभी PLI स्कीम के बारे में जानते हैं। इसमें सरकार भी कुछ ऐसा ही कर रही है। जो भारत के मैन्यूफैक्चर्स हैं, वो अपनी कपैसिटी कई गुना बढ़ाएं, खुद को ग्लोबल कंपनी में बदलें, इसके लिए सरकार उन्हें प्रॉडक्शन पर इंसेटिव दे रही है।