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अब गुजरात के तापी जिले में मिंधोला नदी पर नवनिर्मित पुल ढहा, करीब 15 गांव प्रभावित

गुजरात (Gujarat) के तापी जिले (Tapi District) में मिंधोला नदी (Mindhola River) पर एक नवनिर्मित पुल बुधवार सुबह ढह गया। अभी इस पुल का उद्घाटन भी नहीं हुआ था। यह हादसा सुबह करीब 6.30 बजे हुआ, जब वालोद तालुका के मायपुर गांव को व्यारा तालुका के देहगामा गांव से जोड़ने वाले नवनिर्मित पुल का मध्य भाग मिंडोला नदी (Mindhola River)  में गिर गया। इस पुल के टूटने से करीब 15 गांव प्रभावित हुए हैं।

By संतोष सिंह 
Updated Date

तापी। गुजरात (Gujarat) के तापी जिले (Tapi District) में मिंधोला नदी (Mindhola River) पर एक नवनिर्मित पुल बुधवार सुबह ढह गया। अभी इस पुल का उद्घाटन भी नहीं हुआ था। यह हादसा सुबह करीब 6.30 बजे हुआ, जब वालोद तालुका के मायपुर गांव को व्यारा तालुका के देहगामा गांव से जोड़ने वाले नवनिर्मित पुल का मध्य भाग मिंडोला नदी (Mindhola River)  में गिर गया। इस पुल के टूटने से करीब 15 गांव प्रभावित हुए हैं।

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अधिकारियों ने बताया कि इस पुल का निर्माण पूरा हो चुका था और बस इसके उद्घाटन का इंतजार था। एग्जेक्यूटिव इंजीनियर नीरव राठौड़ ने बताया कि‘इस पुल का निर्माण कार्य 2021 में शुरू हुआ था, जिस पर 2 करोड़ रुपये की लागत आई थी। विशेषज्ञों से जांच कराकर पुल के गिरने के कारणों का पता लगाया जाएगा।

 कोई स्पष्ट कार्रवाई नहीं होनी है? हमें विश्वास है इस पर सिर्फ़ लीपा-पोती होगी : विधायक जिग्नेश मेवानी 

गुजरात के वड़गाम विधानसभा क्षेत्र से विधायक व राष्ट्रीय दलित अधिकार मंच के संयोजक जिग्नेश मेवानी ने वीडियो ट्वीट कर कहा कि गुजरात के तापी ज़िले में 2 करोड़ के खर्च से बना पुल लोकार्पण के पहले ही टूटा। यह गुजरात में कोई पहली घटना नहीं हैं। इसके पहले जब मोरबी में पुल टूटा तब 135 से अधिक लोगों कि मौत हुई थी। हमे विश्वास है इस पर सिर्फ़ लीपा-पोती होगी। कोई स्पष्ट कार्रवाई नहीं होनी है? क्यों कि जब सब की हिस्सेदारी तय है तो कार्रवाई कौन करेगा और किस पर करेगा?

वहीं अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट में मुताबिक, तापी के जिला कलेक्टर विपिन गर्ग ने कहा कि ‘पुल वर्तमान में काम नहीं कर रहा था। हमने घटना की जांच के आदेश दिए हैं और इस्तेमाल की गई सामग्री की गुणवत्ता की भी पूरी तरह से जांच की जाएगी।

स्थानीय लोगों से बातचीत में सामने आया कि पुल के निर्माण के दौरान इसकी गुणवत्ता पर सवाल खड़े हुए थे और इसे लेकर ठेकेदार के साथ बहस भी हुई थी। उन लोगों ने बताया कि उसी जगह पर पहले एक छोटी पुलिया थी, लेकिन वह मानसून के मौसम में नदी में डूब जाता था। ऐसे में लोगों ने स्थानीय नेताओं और राज्य सरकार से अपील की थी, जिसके बाद वर्ष 2021 में इस नए पुल का निर्माण शुरू हुआ था।

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बता दें कि इससे पहले हाल ही में बिहार के भागलपुर में अगुवानी-सुल्तानगंज पुल टूट गया था। इस पुल का निर्माण गंगा नदी पर भागलपुर और खगड़िया जिलों को जोड़ने के लिए किया जा रहा था। इसे बनाने में 1,770 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई थी।

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