मुक्केबाजी में भारत के पहले ओलंपिक पदक विजेता विजेंदर सिंह (Olympic medalist Vijender Singh) पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गुरुवार को उनके पिता महिपाल सिंह (Father Mahipal Singh) का निधन हो गया है। वे पिछले कुछ वक्त से बीमार चल रहे थे। पिता के निधन की जानकारी विजेंदर ने अपने एक्स हैंडल से दी।
हरियाणा। मुक्केबाजी में भारत के पहले ओलंपिक पदक विजेता विजेंदर सिंह (Olympic medalist Vijender Singh) पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गुरुवार को उनके पिता महिपाल सिंह (Father Mahipal Singh) का निधन हो गया है। वे पिछले कुछ वक्त से बीमार चल रहे थे। पिता के निधन की जानकारी विजेंदर ने अपने एक्स हैंडल से दी। उन्होंने लिखा- ‘अत्यंत दुख के साथ हम यह सूचित कर रहे हैं कि मेरे पिता श्री महिपाल सिंह (Mahipal Singh)का निधन हो गया है। वे आज स्वर्ग सिधार गए। हम आपसे अनुरोध करते हैं कि आप उन्हें अपने विचारों और प्रार्थनाओं में याद रखें’।
It is with the deepest grief and sadness, we inform the passing away of my father Shri Mahipal Singh. He left for his heavenly abode today. His last rites will be performed at my parental village Bhiwani, Haryana. We request you to keep him in your thoughts and prayers 🙏🏽ॐ नम:… pic.twitter.com/yi8hMcv5wj
— Vijender Singh (@boxervijender) January 2, 2025
2008 बीजिंग ओलंपिक में जीता था कांस्य
विजेंदर को साल 2009 में राजीव गांधी खेल रत्न (Rajiv Gandhi Khel Ratna) से नवाजा गया था। उन्होंने 2008 के बीजिंग ओलिंपिक (Beijing Olympics) में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रचा था। वे इन खेलों में पदक जीतने वाले पहले भारतीय मुक्केबाज थे। विजेंदर बीजिंग ओलिंपिक्स में पदक जीतने वाले दूसरे भारतीय एथलीट थे।
विजेंदर के पिता थे बस ड्राइवर
29 अक्तूबर, 1985 में हरियाणा के भिवानी में जन्में विजेंदर के पिता महिपाल सिंह हरियाणा रोडवे में बस ड्राइवर थे। उनकी मां गृहणी हैं। विजेंदर बेहद निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से जुड़े हैं। विजेंदर सिंह को कॉलेज के दिनों से ही मुक्केबाजी और कुश्ती का शौक था, वह इसकी प्रैक्टिस भिवानी बॉक्सिंग क्लब में करते थे। उन्होंने कोचिंग का प्रशिक्षण भारतीय बॉक्सिंग कोच गुरबक्श सिंह संधू से लिया।