केंद्र सरकार ने हाल ही में निर्यात शुल्क हटा लिया है। इसके बाद खुदरा बाजार (Retail Market) में प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए थोक बाजारों (Wholesale Markets) में ‘बफर स्टॉक’ (Buffer Stock) से बिक्री बढ़ा दी है। सरकार ने यह फैसला कीमतों पर अंकुश लगाने के मकसद से किया गया है।
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने हाल ही में निर्यात शुल्क हटा लिया है। इसके बाद खुदरा बाजार (Retail Market) में प्याज की बढ़ती कीमतों को देखते हुए थोक बाजारों (Wholesale Markets) में ‘बफर स्टॉक’ (Buffer Stock) से बिक्री बढ़ा दी है। सरकार ने यह फैसला कीमतों पर अंकुश लगाने के मकसद से किया गया है। उपभोक्ता मामलों की सचिव निधि खरे (Consumer Affairs Secretary Nidhi Khare) ने सोमवार को कहा कि केंद्र ने दिल्ली और अन्य प्रमुख शहरों के थोक बाजारों में अपने ‘बफर स्टॉक’ (भंडार) से प्याज निकालना शुरू कर दिया है। सरकार की योजना पूरे देश में सब्सिडी के साथ प्याज की खुदरा बिक्री करने की है।
खरे ने सोमवार को पत्रकारों से कहा कि निर्यात शुल्क हटाने के बाद हमें कीमतों में उछाल का अनुमान था। हमारे 4.7 लाख टन के ‘बफर स्टॉक’ (Buffer Stock) और खरीफ की बुवाई के बढ़े हुए रकबे के साथ हमें उम्मीद है कि प्याज की कीमतें नियंत्रण में रहेंगी। सरकार समूचे भारत में 35 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर प्याज की खुदरा बिक्री बढ़ाने की योजना बना रही है। इनमें उन शहरों पर ध्यान अधिक दिया जा रहा है जहां कीमतें राष्ट्रीय औसत से अधिक हैं।