केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने मंगलवार को विपक्षी सांसदों से अपील की कि वे सदन को चलने दें, क्योंकि वोटर रोल के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन पर चर्चा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। रिजिजू ने कहा कि हमने बार-बार शांतिपूर्ण और अनुशासित तरीके से चर्चा करने की अपील की है। हमने हमेशा कहा है कि एक मुद्दा उठाने के लिए आप दूसरे मुद्दों पर समझौता नहीं कर सकते। कुछ पार्टियों का सदन में रुकावट डालना सही नहीं है।
नई दिल्ली। केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू (Union Parliamentary Affairs Minister Kiren Rijiju) ने मंगलवार को विपक्षी सांसदों से अपील की कि वे सदन को चलने दें, क्योंकि वोटर रोल के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (Special Intensive Revision) पर चर्चा की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। रिजिजू ने कहा कि हमने बार-बार शांतिपूर्ण और अनुशासित (Peaceful and disciplined) तरीके से चर्चा करने की अपील की है। हमने हमेशा कहा है कि एक मुद्दा उठाने के लिए आप दूसरे मुद्दों पर समझौता नहीं कर सकते। कुछ पार्टियों का सदन में रुकावट डालना सही नहीं है। उन्होंने आगे कहा कि चुनावों में हमेशा जीत और हार होती रहती है, लेकिन इस हार का गुस्सा पार्लियामेंट में निकालना सही नहीं है। हम किसी भी मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू (Union Minister Kiren Rijiju) ने सांसदों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि मैं विपक्षी सांसदों से अपील करता हूं कि वे सदन की कार्यवाही में रुकावट न डालें। इससे पहले, संयुक्त विपक्ष ने मंगलवार को पार्लियामेंट (Parliament) के बाहर विरोध प्रदर्शन करने के लिए वोटर रोल के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (Special Intensive Revision) मुद्दे का इस्तेमाल किया, राज्यसभा में विपक्ष के नेता, सांसद मल्लिकार्जुन खड़गे (Leader of the Opposition in the Rajya Sabha, MP Mallikarjun Kharge) ने कहा कि हम लोकतंत्र को बचाने और अन्याय के खिलाफ विरोध करते रहेंगे। कांग्रेस और अन्य विपक्षी सांसदों ने स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन के खिलाफ अपना विरोध शुरू किया। मंगलवार को संसद में विंटर सेशन के दूसरे दिन की तैयारी के बीच इंडिया गठबंधन सांसद (India Alliance MP) ने संसद की कार्यवाही से पहले संसद के मकर द्वार (Capricorn Gate of Parliament) के बाहर अपना प्रोटेस्ट शुरू कर दिया है। विंटर सेशन के पहले दिन भी, लोकसभा को दोपहर 12 बजे से दो बजे तक और बाद में कई बार स्थगित करना पड़ा, क्योंकि विपक्षी सदस्य 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में चल रही SIR एक्सरसाइज पर चर्चा करने पर अड़े रहे।