नीदरलैंड (Netherlands) के निवर्तमान प्रधानमंत्री मार्क रूट (Outgoing Prime Minister Mark Root) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल है। उन्होंने हेग में अपने दफ्तर से अनोखे अंदाज में साइकिल से विदाई ली। 14 साल के कार्यकाल के बाद रूट ने पूर्व खुफिया प्रमुख डिक शूफ (Former intelligence chief Dick Schoof) को कमान सौंपी।
नई दिल्ली। नीदरलैंड (Netherlands) के निवर्तमान प्रधानमंत्री मार्क रूट (Outgoing Prime Minister Mark Root) का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल है। उन्होंने हेग में अपने दफ्तर से अनोखे अंदाज में साइकिल से विदाई ली। 14 साल के कार्यकाल के बाद रूट ने पूर्व खुफिया प्रमुख डिक शूफ (Former intelligence chief Dick Schoof) को कमान सौंपी। शूफ ने किंग विलेम-अलेक्जेंडर (King Willem-Alexander) की अध्यक्षता में एक समारोह में पीएम पद की शपथ ली। बीते साल नवंबर में दक्षिणपंथी नेता गीर्ट वाइल्डर्स (Right-wing leader Geert Wilders) की चुनावी जीत के बाद करीब सात महीने तक जटिल बातचीत चली। जिसके बाद नई सरकार का गठन हुआ है। वाइल्डर्स ने अपनी पार्टी की सफलता के बावजूद भी गठबंधन वार्ता को आगे बढ़ाने के लिए खुद को प्रधानमंत्री के पद से अलग कर लिया था।
After 14 years in power, this is how former Dutch Prime Minister Mark Rutte left the Prime Minister's Office after completing the ceremony of officially handing over power to his successor, Dick Schoof.#netherlands pic.twitter.com/exux8saX0D
— Kiran Bedi (@thekiranbedi) July 6, 2024
वहीं शूफ की बात करें, तो उन्हें देश की पारंपरिक राजनीति से कुछ अलग हटकर देखा जा रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि वो किसी भी पार्टी से संबद्धता के बिना नेतृत्व संभाल रहे हैं। दूसरी तरफ रूट नाटो के महासचिव की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। जो पूरे यूरोप और उत्तरी अमेरिका में सदस्य देशों की सुरक्षा करने वाला एक रणनीतिक गठबंधन है। ऐतिहासिक चुनाव के बाद नीदरलैंड की पहली धुर-दक्षिणपंथी सरकार के आने के बाद राजनीति में बदलाव देखने को मिल रहा है। गीर्ट वाइल्डर्स पार्टी (Geert Wilders Party) के नेतृत्व में इस गठबंधन ने रूट के लंबे समय तक प्रधानमंत्री बने रहने के बाद शासन में बदलाव का वादा किया है।
डच प्रधानमंत्री डिक शूफ (Dutch Prime Minister Dick Schoof) ने बुधवार को संसद में भाषण दिया और अपनी नई सरकार के प्रमुख उद्देश्यों में से एक को प्राथमिकता देने की कसम खाई, जो है आप्रवासन में कमी लाना। उन्होंने कहा कि इनमें से प्राथमिक चिंता शरण लेना और प्रवासन है। चाहे किसी का भी दृष्टिकोण, कुछ भी हो, यही मुद्दे की जड़ है। गठबंधन सरकार में शामिल चार पार्टियों में से किसी से संबद्ध नहीं होने वाले शूफ ने मंगलवार को औपचारिक रूप से लंबे समय से प्रधानमंत्री रहे मार्क रूट से सत्ता हासिल की। वो 67 साल के हैं। साथ ही डच खुफिया एजेंसी (Dutch Intelligence Agency) और आतंकवाद विरोधी कार्यालय के पूर्व प्रमुख हैं।