भारत में पान एक चिरपरिचित नाम है। पान के पत्ते का इस्तेमाल पूजा पाठ में किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि कोई भी पूजा बिना पान के पत्तों के अधूरी होती है।
paan ke patte ka totka: भारत में पान एक चिरपरिचित नाम है। पान के पत्ते का इस्तेमाल पूजा पाठ में किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि कोई भी पूजा बिना पान के पत्तों के अधूरी होती है। स्कंद पुराण के मुताबिक देवताओं द्वारा समुद्र मंथन के समय पान के पत्ते का प्रयोग किया गया था। यही वजह है कि पूजा में पान के पत्ते के इस्तेमाल का विशेष महत्व है।
पान का दान : ताम्बूल अर्थात पान होता है। पान का दान करने से मनुष्य पापों से छुटकारा पा जाता है, जबकि पान खाने से पाप होता है। वह पाप पान (ताम्बूल) दान करने से नष्ट हो जाता है।
नजर दोष : पान का पत्ता नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने वाला और सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने वाला भी माना जाता है इसलिए नजर लगे व्यक्ति को पान में गुलाब की सात पंखुड़ियां रखकर खिलाएं।
भगवान शिव को अर्पित करें विशेष पान: इस विशेष पान में केवल कत्था, गुलकंद, सौंफ, खोपरे का बुरा और सुमन कतरी डली हुई होती है। महादेव का पूजन कर नैवेद्य के पश्चात उनको पान अर्पण करें।