आतंकियों को समर्थन करने वाले पाकिस्तान पर अब शिकंजा कसने की तैयारी हो गई है। आतंकवाद को समर्थन करने वाल पाकिस्तान को अब इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। दरअसल, फ्रांस की आतंकरोधी संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक जल्द ही होने वाली है। इसमें पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों को लेकर चर्चा होगी।
इस्लामाबाद। आतंकियों को समर्थन करने वाले पाकिस्तान (Pakistan) पर अब शिकंजा कसने की तैयारी हो गई है। आतंकवाद को समर्थन करने वाल पाकिस्तान को अब इसकी बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। दरअसल, फ्रांस की आतंकरोधी संस्था फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) की बैठक जल्द ही होने वाली है। इसमें पाकिस्तान में आतंकी गतिविधियों को लेकर चर्चा होगी।
ऐसे में माना जा रहा है कि पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़नी तय हो गईं हैं। मीडिया रिपोर्ट की माने तो पाहले से ही एफएटीएफ (FATF) की ग्रे लिस्ट में शामिल पाकिस्तान इस साल संस्थान की ब्लैक लिस्ट में शामिल हो सकता है। अगर ऐसा होता है तो पाकिस्तान की वित्तीय स्थिती और ज्यादा बिगड़ेगी।
बता दें कि, एफएटीएफ (FATF) की ग्रे लिस्ट में 2018 में पाकिस्तान शामिल हुआ था। इसके बाद से पाकिस्तान इस लिस्ट में शामिल है। आतंकी गतिविधियों को लेकर पाकिस्तान पहले भी बेनकाब हो चुका है। ऐसे में उसको कई बार इसको लेकर चेतावनी दी गई लेकिन वो आतंक पर रोक नहीं लगा सका।
लिहाजा, अब पाकिस्तान (Pakistan) के सामने बड़ी चुनौती आनी तय हैं। मीडिया रिपोर्ट की माने तो आतंकी गतिविधियों को लेकर अगर पाकिस्तान ब्लैक लिस्ट में गया तो उस पर आर्थिक जुर्माना लगाया जाएगा। इसके साथ ही उस पर आर्थिक प्रतिबंध और सख्त कर दिए जाएंगे।